Jammu News: कहा जाता माता के दर्शन हर किसी के नसीब में नहीं होते हैं बस वहीं लोग वहाँ जाते है जिनको माता बुलाती हैं। लगता है माता अपने भक्तों पर मेहरबान हो गई हैं क्यों अब दर्शन करना बहुत आसान होने वाला है माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रा को और सुगम बनाने के लिए एक रोपवे प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। यह परियोजना ताराकोट से सांझीछत तक संचालित होगी और 14 किमी के पैदल मार्ग को महज 6 मिनट में पूरा किया जा सकेगा।
इस प्रोजेक्ट को विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग यात्रियों को ध्यान में रख शुरू किया गया है जिससे वो इसका लाभ उठा सके जो वर्तमान में कठिन पैदल यात्रा के कारण दरबार तक नहीं पहुंच पाते हैं अब रोपवे न केवल उनका समय बचाएगा बल्कि यात्रियों की थकान को भी कम करेगा और माँ के दर्शन पाने में विलंब भी नहीं होगा।
रोपवे प्रोजेक्ट से यात्रा में आसानी
श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने कहा कि रोपवे प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य शुरू करने जा रहे हैं। यह परियोजना माता वैष्णो देवी यात्रा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी और देश-विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को सुगम बनाएगी। इससे समय की बचत होगी और महज 5 से 6 मिनट में आप कटरा स्थित बेस कैंप तारकोट से सांझी छत पहुंच जाएंगे। इस रोपवे में गंडोला केबल कार सिस्टम का इस्तेमाल किया जाएगा। सरकार के इस प्रोजेक्ट से पर्यटन को बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
धार्मिक और आर्थिक महत्व
यह परियोजना न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। रोपवे की मदद से श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होने की संभावना है, जिससे स्थानीय रोजगार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। श्राइन बोर्ड ने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताया है, जो आने वाले वर्षों में यात्रा को अधिक सुविधाजनक और आकर्षक बना देगा। श्रद्धालु बेसब्री से इस परियोजना के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं। रोपवे प्रोजेक्ट माता वैष्णो देवी यात्रा को नई दिशा देने वाला कदम है। यह श्रद्धालुओं के लिए आस्था के साथ-साथ आरामदायक यात्रा का भी प्रतीक बनेगा।