रांची ऑनलाइन डेस्क। झारखंड में विधानसभा चुनाव की डुगडुगी बजने के बाद राजनीतिक दलों के नेता लाव-लश्कर के साथ सियासी मैदान पर उतरे। यहां मुख्य मुकाबला एनडीए बनाम इंडिया ब्लॉक गठबंधन के बीच था। बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान (मामा) और असम के सीएम को चुनाव प्रभारी नियुक्त किया था। दूसरे फेस का मतदान 20 नवंबर को संपन्न हो गया और शाम को कई टीवी चैनल और न्यूज एजेंसियों के सर्वे सामने आए। सर्वे में बीजपी के बजाए इंडिया ब्लॉक गठबंधन की जीत बताई जा रही है। अगर सर्वे सच साबित हुए तो कह सकते हैं हेमंत सोरेन की जेल वाली वोटर्स को पसंद आ गई और ‘मामा’ का जादू नहीं चल पाया।
सर्वे में इंडिया गठबंधन को बढ़त
झारखंड की 81 सीटों के लिए दो चरणों में मतदान हुआ। बीजेपी के दिग्गज नेताओं को यहां पर जमावड़ा रहा। सीएम योगी आदित्यनाथ के ‘बंटेगे तो कटेंगे’ का नारा खूब सुनाई दिया। घुसपैठिए से लेकर भ्रष्टाचार को बीजेपी ने मुख्य मुद्दा बनाया। पर एक्जिट पोल सर्वे ऐसा बता रहे हैं कि झारखंड में पिछले 24 सालों का रिकॉर्ड टूटने वाला है। यदि एक्सिस माइ इंडिया के झारखंड विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के आंकड़े को देखें तो इंडिया गठबंधन को 53 सीटें मिल रही हैं, जबकि एनडीए को 25 और अन्य को तीन सीटें मिल रही हैं।
इंडिया गठबंधन को 43 फीसदी पुरुषों का समर्थन
एक्सिस माइ इंडिया एग्जिट पोल का अनुमान है कि एनडीए को 39 फीसदी पुरुष और 35 फीसदी महिलाओं को समर्थन मिला है, जबकि इंडिया गठबंधन को 43 फीसदी पुरुष और 47 फीसदी महिलाओं को समर्थन मिलने के आसार है। जेएलकेएम को 8 फीसदी पुरुष और 8 फीसदी महिलाओं का समर्थन मिला है। जबकि अन्य को 10 फीसदी पुरुष और 10 फीसदी महिलाओं को समर्थन मिलने का अनुमान लगाया गया है।
इन दो सर्वो में बीजेपी को बढ़त
जेवीसी के एग्जिट पोल में झारखंड में एनडीए आगे नजर आ रहा है, इसमें एनडीए को 40 से 44 सीटें मिल सकती हैं। कांग्रेस जेएमएम गठबंधन को 30 से 40 सीटें और अन्य से 1 से 10 सीटें मिलने का अनुमान है। मेटराइज एक्जिट पोल में झारखंड की 81 सीटों में भाजपा गठबंधन की सरकार बनती नजर आ रही है, जो 42 से 47 सीटें जीत सकती है। वहीं जेएमएम कांग्रेस गठबंधन के खाते में 25 से 30 सीटें आ सकती हैं, जबकि अन्य के खाते में 01 से 4 सीटें जाने की संभावना है।
सीवोटर के सर्वे में कांटे की टक्कर
सीवोटर के एग्जिट पोल में झारखंड में कांटे का मुकाबला नजर आ रहा है। यहां की 81 सीटों में से भाजपा गठबंधन के खाते में 34, कांग्रेस जेएमएम गठबंधन के खाते में 26 सीटें जानें की संभावना है। अन्य के खाते में 1 सीट जा सकती है। एक्जिट पोल में 20 सीटें ऐसी बताई गई हैं जिन पर कड़ी टक्कर है और जो जीत हार तय कर सकते हैं। कुछ लोकल बेवसाइडों में इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है। लोकल न्यूज वेबसाइडों में अधिकतर में बीजेपी को मजबूत बताया जा रहा है।
एनडीए-इंडिया गठबंधन की बीच मुकाबला
बता दें कि झारखंड विधानसभा की कुल सीटों की संख्या 81 है। इस चुनाव के दौरान एनडीए और इंडिया गठबंधन को जबरदस्त मुकाबला माना जा रहा है। चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी के नेता लगातार झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठिये का मुद्दा उठाते रहे। वहीं, कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा लगातार बीजेपी पर हमला करती रही और केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग से लेकर संविधान बचाने की बात भी चुनाव प्रचार के दौरान उठाए गये।
जेल से बाहर आए तो चेहरे पर दाड़ी
झारखंड में फिलहाल झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में हेमंत सोरेन की सरकार है। हेमंत सोरेन को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जाना पड़ा था। जमानत पर बाहर आने के बाद वह फिर से सीएम बने। लेकिन ज बवह जेल गए थे तो उनके चेहरे पर दाढ़ी नहीं थी। सलाखों के बाहर आने के बाद सोरेन के चेहरे पर दाड़ी थी। उन्होंने दाड़ी नहीं कटवाई। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने खुद को बेकसूर बताया। जनता को भी सोरेन की दाड़ी पसंद आई।
2019 में इंडिया गठबंधन की बनी थी सरकार
यदि एग्जिस माई इंडिया के आंकड़े को माने तो फिर से हेमंत सोरेन की सरकार बन रही है। हालांकि ये सभी अनुमान ही हैं। चुनाव परिणाम का ऐलान 23 नवंबर को होगा। बता दें कि साल 2019 के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा ने 30 सीटों पर जीत हासिल की थी। एनडीए ने 25 और कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत हासिल की थी। झारखंड विधानसभा चुनाव में ज्यादा सर्वे बीजेपी की बढ़त बता रहे हैं।