National News-आज सुप्रीम कोर्ट दो बड़े मुद्दों पर अपना फैसला सुनाएगा। पहला मामला संविधान की प्रस्तावना में जोड़े गए ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्दों को हटाने से जुड़ा है। ये शब्द 1976 में, आपातकाल के समय, 42वें संशोधन के जरिए जोड़े गए थे। अब कुछ लोग कोर्ट से कह रहे हैं कि ये शब्द संविधान में नहीं होने चाहिए क्योंकि इससे संविधान की बुनियादी संरचना बदल गई है। उनका कहना है कि संविधान में किसी भी बदलाव के लिए उसके असली रूप को नहीं छेड़ना चाहिए।
इन लोगों का ये भी कहना है कि ‘समाजवाद’ एक खास राजनीतिक विचारधारा है, जो सब पर थोपी नहीं जा सकती। इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला बहुत महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि इससे संविधान की मौलिक संरचना को लेकर बड़ी बातें साफ हो सकती हैं।
दिल्ली का प्रदूषण और कोर्ट की सख्ती
दूसरा बड़ा मामला दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण से जुड़ा है। सुप्रीम कोर्ट ग्रैप-4 (GRAP-4) नाम की योजना पर अपना निर्णय देगा। ये योजना प्रदूषण को कम करने के लिए बनाई गई है, जिसमें सख्त कदम उठाने की बात है। इसमें गाड़ियों और फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं को रोकने के लिए कड़े नियम बनाए गए हैं।
पिछले हफ्ते कोर्ट ने दिल्ली सरकार से इस बारे में रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन कोर्ट को सरकार का जवाब ठीक नहीं लगा। इसलिए कोर्ट ने आदेश दिया कि दिल्ली के हर एंट्री पॉइंट पर चेक पोस्ट बनाए जाएं, ताकि प्रदूषण पर लगाम लग सके। अब देखना होगा कि कोर्ट आगे क्या सख्त कदम उठाता है।
क्या होगा इन फैसलों का असर?
ये दोनों फैसले सिर्फ कोर्ट तक सीमित नहीं रहेंगे। संविधान से जुड़ा मामला देश की राजनीति और कानून पर गहरा असर डालेगा। वहीं, प्रदूषण का मामला लोगों की सेहत और पर्यावरण को बचाने के लिए जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट के इन फैसलों का सभी को बेसब्री से इंतजार है। ये हमारे देश के भविष्य के लिए बहुत अहम साबित हो सकते हैं