नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। कुख्यात गैंगस्टर सरोज राय को गुरुग्राम के बाढ़ गुर्जर पुलिस चौकी इलाके में बिहार गुरुग्राम क्राइम ब्रांच की टीम ने एनकाउंटर के दौरान मार गिराया। मारे गए बदमाश पर दो लाख का इनाम था। उस पर बिहार के सीतामढ़ी थाने में विधायक से रंगदारी मांगने के मामले में केस दर्ज हुआ था। गैंगस्टर एक-45 रायफल के जरिए लोगों की हत्या करता था। हत्या, हत्या के प्रयास समेत क्रिमिनल पर दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज थे।
जवाबी कार्रवाई में मारा गया सरोज राय
बिहार के गैंगस्टर सरोज राय की लोकेशन बारे में डीसीपी क्राइम राजेश फौगाट को सटीक सूचना मिली। उन्होंने अपनी टीम को तैयार किया। बिहार पुलिस भी गुरूग्राम में मौजूद थी। तत्काल डीसीपी राजेश फौगाट ऑपरेशन ने लांच कर दिया। बाढ़ गुर्जर पुलिस चौकी क्षेत्र में पुलिस के जवान लग गए। तभी बाइक से सरोज राय आता हुआ दिखा। पुलिस ने उसे हाथ देकर रोकने का प्रयास किया। गैंगस्टर ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से वह घायल हो गया। जबकि उसका एक साथी फरार हो गया। गैंगस्टर को सिविल अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सरोज राय पर दो लाख का था इनाम
मारे गए बदमाश पर दो लाख रुपये का इनाम था। सरोज पर दो दर्जन से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे। हाल में ही सरोज राय ने रून्नीसैदपुर के जदयू विधायक पंकज कुमार मिश्रा से रंगदारी मांगने और पैसा नहीं देने पर विधायक और उनके परिवार की हत्या की धमकी दी थी। कुख्यात सरोज राय सीतामढ़ी के महिन्दवारा थाना क्षेत्र के बतरौली गांव का निवासी था। उसके खिलाफ सीतामढ़ी जिले के विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी और आर्म्स एक्ट जैसे 30 से अधिक संगीन मामले दर्ज थे। जनवरी 2019 में सरोज के गुर्गे के पास से एके-56 जैसे घातक हथियार बरमाद किया गया था।
दवा करोबारी की हत्या कर मचा दी थी सनसनी
सरोज राय के शार्गिदों ने सड़क निर्माण कर रही कंपनी के मुंशी की हत्या कर दी थी। सरोज राय को बिहार एसटीएफ की मदद से नागालैंड भागने के दौरान पूर्णिया से गिरफ्तार किया था। साल 2014 में शहर के बड़े दवा व्यवसायी यतींद्र खेतान की रंगदारी नहीं देने पर हत्या कर दी थी। इसके बाद पहली बार वह अधिक सुर्खियों में आया था। उससे भी पहल यह रंगदारी नहीं देने वाले आधा दर्जन व्यवसायियों को अपने गोली का निशाना बना चुका था। बिहार पुलिस टीम लगातार सरोज की तलाश में छापेमारी अभियान चला रही थी। जब वह नहीं मिला तो पुलिस ने पहले 50 हजार इनाम रखा। फिर इनाम की राशि बढ़ाकर दो लाख तक कर दी।
एक माह से सरोज राय की तलाश कर रही थी पुलिस
पिछले एक महीने से बिहार पुलिस बिहार के विभिन्न इलाकों के साथ ही झारखंड, नागालैंड एवं नेपाल में ढूंढ रही थी। दो दिन पहले पता चला कि वह गुरुग्राम आसपास कहीं भूमिगत है। फिर गुरुग्राम पुलिस से संपर्क किया गया। दोनों ने संयुक्त टीम बनाकर ऑपरेशन शुरू किया। शुक्रवार तड़के सफलता मिली। उसे बिना मुठभेड़ ही दबोचने का प्रयास किया गया लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग वह मारा गया। वह पिछले 10 सालों से अपराध की दुनिया में सक्रिय था। वर्ष 2019 के दौरान उसके गुर्गे के पास से एके-56 मिला था। तब से सरोज राय एके-56 वाला गैंगस्टर के नाम से कुख्यात था।
गैंगस्टरों की सूची में शामिल हो गया सरोज राय
गैंगस्टर सरोज राय बहुत ही कम उम्र में कुख्यात हो गया था। वर्ष 2014 में बिहार के बड़े दवा कारोबारी यतीन्द्र खेतान की हत्या में उसका नाम आया था। आरोप था कि सरोज ने कारोबारी से रंगदारी मांगी थी। नहीं देने पर गोलियां से भून डाला था। इसके बाद से ही वह बिहार के कुख्यात गैंगस्टरों की सूची में शामिल हो गया था। एक के एक बाद वारदात को उसके गैंग ने अंजाम दिया था। बता दें क सीतामढ़ी से नेपाल की सीमा बहुत नजदीक है। बदमाश वारदात को अंजाम देकर नेपाल फरार हो जाते हैं। इस वजह उन्हें पकड़ना बिहार पुलिस के लिए काफी मुश्किल हो जाता है।