लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के करीमुद्दीनपुर थाना निवासी कुमारी कुसुम ने मैनपुरी के एक युवक के साथ शादी की। दूल्हा राजा अपनी नई नवेली दुल्हनिया को लेकर घर लौट रहा था। तभी लुटेरिन दुल्हन ने अपने स्पेशल सात के साथ मिनकर ज्वेलरी और एक लाख रूपए लेकर रेलवे स्टेशन से फरार हो गई। पीड़ित पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई। लुटेरी दुल्हन को दबोचने के लिए पुलिस ने ऑपरेशन शुरू किया। सटीक सूचना पर आरोपी युवती और गैंग के सात अन्य सदस्यों को पुलिस ने दबोच लिया।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, मैनपुरी निवासी रूपेश शाल्य की शादी गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर थानाक्षेत्र निवासी कुमारी कुसुम से तय हुई थी। युवक परिवार के साथ युवती के घर पर आया और दुल्हन के साथ सात फेरे लिए। विवाह के वक्त दूल्हा दुल्हन के लिए जेवरात और एक लाख की नकदी लेकर आया था। विदाई के बाद रूपेश पत्नी को लेकर रेलवे स्टेशन पहुंचा। तभी कुमारी कुसुम के स्पेशल सात सदस्य आ गए। लुटेरी दुल्हन से पैसे-जेवरात लेकर मौके से भाग खड़ी हुई। रूपेश शाल्य ने पीआरबी 112 को फोन किया और बताया कि उसके साथ दुल्हन और उसके परिवार वालों ने शादी के नाम पर ठगी कर लिया है।
दूल्हे ने दर्ज करवाई शिकायत
इसके बाद पीआरबी 112 ने दूल्हा को करीमुद्दीनपुर थाना लेकर पहुंचा और उनकी निशान से ही पर पुलिस ने ऊंचाडीह गांव में जब छापेमारी की। तब गैंग के सभी सदस्य पकड़े गए और पूछताछ से पता चला कि सभी सदस्य अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं और इनका आपस में कोई रिश्तेदारी भी नहीं है। लेकिन यह सभी गैंग चलाने के लिए एक दूसरे के रिश्तेदार बने हुए हैं। इन लोगों से पूछताछ से पता चला कि यह लोग इसके पहले हरियाणा और राजस्थान में करीब 4 से 5 शादियां कर कर दुल्हन समेत नगदी और गहने लेकर फरार हो चुके हैं।
सादगी से करती थी शादी
आरोपी शादी दुल्हन के घर पर रखते थे और सादगी से सिंदूरदान कर और मंगलसूत्र पहनकर रश्म पूरी की जाती थीं, ताकि इसके बारे में किसी अन्य को पता ना चल सके। फर्जी शादी में लिप्त दुल्हन कुमारी कुसुम पुत्री कृष्णकान्त निवासी ऊचांडीह ( खिजिरपुर ) थाना करीमुद्दीनपुर जो सीमा राजभर के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाकर अब तक कई शादियां कर चुकी है। पुलिस की पूछताछ में आरोपी युवती ने बताया कि वह शादी के लिए सोशल मीडिया के जरिए अपनी प्रोफेइल शेयर करती थी। शादी की शर्त भी युवती ने रखी हुई थी। शादी धूमधाम के बजाए सादगी से उसके ही घर पर होगी। सभी शादियां युवती के घर पर चुपके से हुई।
लुटेरी दुल्हन के साथ ये भी पकड़े गए
पुलिस ने लुटेरी दुल्हन के अलावा उसके पिता कृष्णकान्त राम, फर्जी भाई करन कुमार पुत्र चन्द्रमा मल्लाह ग्राम कुतुबपुर उजियार थाना नरही जिला बलिया, भीम राम पुत्र सूरज राम ग्राम बथोर थाना करीमुद्दीनपुर, फर्जी बहन रंजना पुत्री श्यामलबहारी ग्राम परसा थाना मुहम्मदाबाद, सोनी उर्फ नजमुनीशा पत्नी मुहम्मद मुमताज ग्राम व थाना करीमुद्दीनपुर, गीतादेवी पत्नी श्याम लबहारी ग्राम परसा थाना मुहम्मदाबाद, फर्जी चाची इंदू देवी पत्नी श्रीपलत चौहान ग्राम कारों चौहानपुर थाना चितबडागांव जिला बलिया को थाना क्षेत्र के ग्राम बथोर व मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम परसा से गिरफ्तार कर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेजा है।
कुछ इस तरह से बोले सीओ
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी मोहम्मदबाद शेखर सेंगर ने बताया कि यह गैंग काफी दिनों से इसी कार्य में लिप्त है।गैंग का सरगना हरिश्चंद्र यादव उर्फ सोनी है। गैंग द्वारा शादी करने का झांसा देकर हरियाणा, राजस्थान, जयपुर, उत्तर प्रदेश आदि जगहों के लोगों को लूट गया है। इनके पास से कुल 7 एंड्राइड फोन व दो कीपैड फोन बरामद किया गया सभी का संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चालान किया। सीओ ने बताया कि ये लोग फर्जी आधार कार्ड तैयार करवाकर जरूरतमंद को अपने झांसे में फंसाते थे और फिर उनसे रुपये, जेवर आदि लेकर शादी कराते। योजना के तहत रेलवे स्टेशन तक दूल्हा-दुल्हन को पहुंचाते, जहां से बहाना बनाकर दुल्हन फरार हो जाती।