Sukhbir Singh Badal : शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) ने आज अमृतसर के स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) में अपनी सजा पूरी करने की प्रक्रिया शुरू की। श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से बादल को यह सजा सुनाई गई थी।
यह सजा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम को माफी दिलाने और बेअदबी मामलों में अकाली दल की कथित संलिप्तता के कारण दी गई। श्री अकाल तख्त साहिब ने इसे धार्मिक अनुशासन का उल्लंघन माना और सुखबीर बादल को सेवा कार्यों के जरिए प्रायश्चित करने का आदेश दिया।
क्या-क्या करना होगा Sukhbir Singh Badal को?
सुखबीर सिंह बादल को स्वर्ण मंदिर के लंगर घर में जूठे बर्तन साफ करने होंगे। बादल को स्वर्ण मंदिर परिसर में बाथरूम और अन्य स्वच्छता कार्यों में योगदान देना होगा। लंगर घर में श्रद्धालुओं को भोजन परोसने और अन्य कार्यों में सहायता करनी होगी। श्री दरबार साहिब के मुख्य द्वार पर पहरा देते हुए सेवा करनी होगी।
क्या है मामला?
साल 2015 में पंजाब में बेअदबी के कई मामले सामने आए थे, जिसमें गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा। इसके बाद डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफी दिलाने को लेकर अकाली दल पर सवाल उठे। इन मामलों के कारण सिख संगत में भारी आक्रोश फैला और अकाल तख्त ने इसे गंभीरता से लिया।
बादल ने क्या कहा?
सजा स्वीकार करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा, “मैं श्री अकाल तख्त साहिब के हर आदेश का सम्मान करता हूं और सेवा कार्यों के जरिए अपनी गलती का प्रायश्चित करूंगा।”
सिख संगत की प्रतिक्रिया
सजा को लेकर सिख संगत के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई लोग इसे अनुशासन की पुनर्स्थापना के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ का मानना है कि यह मुद्दों का हल नहीं है।
सुखबीर सिंह बादल के सेवा कार्य अगले कुछ दिनों तक जारी रहेंगे। अकाल तख्त साहिब की निगरानी में उनके कार्यों का मूल्यांकन किया जाएगा। यह मामला राजनीतिक और धार्मिक दोनों दृष्टिकोण से बेहद संवेदनशील माना जा रहा है।