Sambhal News: पश्चिम उत्तर प्रदेश का संभल जिला एक बार फिर आतंकी गतिविधियों के केंद्र में आ गया है। हाल ही में एनआईए की छापेमारी और संदिग्ध युवकों की गिरफ्तारियों ने जिले को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की नजर में ला दिया है। क्षेत्र में आतंकवाद से जुड़े पुराने मामलों और नई गिरफ्तारियों की वजह से चर्चा तेज हो गई है।
हिजबुल मुजाहिदीन संदिग्ध शाहरुख का कनेक्शन
सहारनपुर एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए हिजबुल मुजाहिदीन के संदिग्ध अहमद रजा उर्फ शाहरुख का संभल से कनेक्शन सामने आया है। शाहरुख ने संभल (Sambhal News) में एक मदरसे से पढ़ाई की और यहीं निकाह भी किया। हालांकि स्थानीय खुफिया विभाग ने ऐसी किसी भी जानकारी से इनकार किया है।
संभल से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का इतिहास
संभल का (Sambhal News) नाम पहली बार 1998 में आतंकी गतिविधियों के साथ जोड़ा गया। उस समय दीपा सराय निवासी मौलाना आसिम उमर उर्फ शन्नू ने घर छोड़ दिया था। आसिम, जो बाद में अलकायदा के दक्षिण एशिया प्रमुख बने, 2019 में अमेरिका और अफगानिस्तान की सेना द्वारा किए गए हमले में मारे गए।
1995 से 2010 तक कई युवक लापता
1995 से 2010 के बीच संभल से कई युवक लापता हुए। इनमें से कुछ का आतंकवाद से कनेक्शन पाया गया, जबकि सईद अख्तर जैसे कुछ युवकों का आज तक कोई सुराग नहीं मिल सका। खुफिया एजेंसियां इन मामलों की समय-समय पर जांच करती रही हैं, लेकिन कई मामलों में परिणाम शून्य रहा।
आतंकी गतिविधियों में शामिल और गिरफ्तारियां
2015 में दिल्ली पुलिस ने संभल के मोहम्मद आसिफ और जफर मसूद को अलकायदा के लिए काम करने के आरोप में गिरफ्तार किया। दोनों को सात-सात साल की सजा सुनाई गई, जिसे वे पिछले साल पूरी कर चुके हैं। इन पर अलकायदा इन इंडियन सबकॉन्टिनेंट (एक्यूआईएस) के लिए नेटवर्क बनाने और युवाओं को भर्ती करने का आरोप था।
NIA की नई छापेमारी और गिरफ्तारियां
पिछले साल नवंबर 2023 में आईएसआईएस से जुड़े दो युवकों की गिरफ्तारी ने जिले में हलचल मचा दी थी। इन पर अन्य युवाओं को आतंक की राह पर लाने का आरोप है। फिलहाल दोनों जेल में बंद हैं। एनआईए की ताजा छापेमारी के बाद आतंकी गतिविधियों को लेकर संभल एक बार फिर चर्चा में है।
स्थानीय प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय
संभल के लोग और प्रशासन इस घटनाक्रम से चिंतित हैं। स्थानीय खुफिया इकाई और सुरक्षा एजेंसियां जिले पर कड़ी नजर रख रही हैं। दिल्ली के कई थानों में संभल के लापता युवाओं की तस्वीरें आज भी चस्पा हैं, जो इस बात का संकेत हैं कि खतरा अभी टला नहीं है।
संभल का बार-बार आतंकवाद से जुड़ना सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी देने की अपील की है।