Information News : उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में 6 दिसंबर को गुरु तेग बहादुर के शहीदी दिवस के मौके पर सभी स्कूल बंद रहेंगे। बच्चों और उनके परिवारों के लिए यह खुशी की बात है क्योंकि यह दिन उन्हें पढ़ाई से ब्रेक और मस्ती का मौका देगा। दिसंबर के महीने की शुरुआत छुट्टियों से हुई है। पहले रविवार को छुट्टी थी, और अब बुधवार को भी छुट्टी मिल रही है।
जिले की एक शिक्षिका ने बताया कि इस दिन अधिकांश स्कूल बंद रहेंगे। इससे बच्चों को परिवार के साथ वक्त बिताने और आराम करने का अच्छा मौका मिलेगा।
सिख धर्म के महान गुरु
गुरु तेग बहादुर सिख धर्म के नौवें गुरु थे। उनका जन्म 1 अप्रैल 1621 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था। वह अपनी साहसिकता, त्याग और धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए प्रसिद्ध थे। गुरु तेग बहादुर ने हमेशा समाज के लिए काम किया और धर्म की आजादी के लिए अपनी जान की आहुति दी।
उनकी शिक्षाएं हमें सिखाती हैं कि हमें हमेशा सच्चाई के रास्ते पर चलना चाहिए, चाहे हालात जैसे भी हों। उनका जीवन हमें दूसरों की मदद करने और धर्म के लिए खड़ा होने की प्रेरणा देता है।
धार्मिक स्वतंत्रता के लिए संघर्ष
17वीं सदी में मुगल शासक औरंगजेब ने धार्मिक स्वतंत्रता को दबाने की कोशिश की। गुरु तेग बहादुर ने कश्मीरी पंडितों का साथ दिया, जिन पर धर्म परिवर्तन का जबरदस्त दबाव था। गुरु तेग बहादुर ने अपनी जान की बाजी लगाकर उसे रोका और यह साबित किया कि धर्म और आस्था की रक्षा करना सबसे बड़ा धर्म का काम है।
उन्होंने हमें यह भी सिखाया, कि हमें अपनी धार्मिक मान्यताओं पर अडिग खड़ा रहना चाहिए, चाहे इसके लिए किसी भी तरह का बलिदान देना पड़े। उनकी शहादत ने हमें यह संदेश दिया कि धर्म की आजादी हर इंसान का जन्मसिद्ध अधिकार है
बच्चों के लिए यह अचानक मिली छुट्टी का एक अलग ही महत्व होता है। बिल्कुल उसी सरप्राइज की तरह होती है जो हमें अचानक से मिलती है
आराम और मस्ती का समय
स्कूल की छुट्टी बच्चों के लिए एक खास मौका होती है। यह दिन उन्हें न केवल पढ़ाई से आराम देता है, बल्कि परिवार के साथ समय बिताने का भी मौका मिलता है। बच्चे इस समय में खेल सकते हैं, नए अनुभव ले सकते हैं, या बस आराम कर सकते हैं।
यह छुट्टी बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए फायदेमंद होती है। इस ब्रेक से बच्चों को ताजगी मिलती है और वे फिर से पढ़ाई में बेहतर तरीके से ध्यान दे पाते हैं।