Congress worker Death: कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल हुए गोरखपुर के सहजनवां निवासी युवा Congress worker प्रभात पांडेय की मौत के मामले में शुक्रवार को पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभात के चाचा मनीष पांडेय और अन्य परिजन भी मौजूद थे। पुलिस ने दफ्तर में सील किए गए कमरे की तलाशी ली और कर्मचारियों से पूछताछ की। कर्मचारियों ने बताया कि प्रभात को तबीयत खराब होने पर कमरे में गद्दे पर लिटाया गया था। पुलिस ने घटना के संबंध में सभी के बयान दर्ज किए। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त ने एसआईटी गठित करने का आदेश दिया है।
एसआईटी द्वारा की जाएगी जांच
डीसीपी मध्य रवीना त्यागी के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी में एसीपी हजरतगंज विकास जायसवाल को नियुक्त किया गया है। मनीष पांडेय ने बताया कि वह भतीजे के अंतिम संस्कार के लिए गोरखपुर गए थे। लौटने के बाद उन्होंने कांग्रेस दफ्तर में अपनी भतीजे की मौत की जानकारी प्राप्त की। मनीष को यह भी नहीं पता था कि प्रभात को किसने प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कांग्रेस दफ्तर बुलाया था। पुलिस ने कांग्रेस दफ्तर के कर्मचारियों से घटनाक्रम के बारे में पूछताछ की और घटना के दौरान उनके द्वारा किए गए कार्यों की जानकारी ली। पुलिस ने प्रभात के मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर उसका डाटा खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि वह प्रदर्शन में क्यों शामिल हुआ।
लापरवाही पर कार्रवाई की तैयारी
पुलिस ने दफ्तर के कर्मचारियों और काCongress worker के बारे में जानकारी एकत्र की है, जिन्होंने प्रभात को प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कांग्रेस दफ्तर बुलाया था। माना जा रहा है कि अस्पताल पहुंचाने में हुई देरी के कारण लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने दफ्तर के सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा शुरू कर दी है, जिससे घटनाक्रम का सही विवरण सामने आ सके।
प्रभात बुधवार शाम को कांग्रेस दफ्तर में बेहोश मिले थे। उन्हें सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रभात के चाचा मनीष पांडेय ने हुसैनगंज थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया है। प्रभात हाल ही में एमिटी यूनिवर्सिटी के पास पीजी में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।