OP Rajbhar News: उत्तर प्रदेश की सियासत में बयानबाजी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव और उनके समर्थकों ने “पाकिस्तान का पानी पी लिया है” और इसलिए वे भारत सरकार के खिलाफ लगातार विरोध कर रहे हैं। मंत्री ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग मुस्लिम वोटों को आकर्षित करने के लिए विवादित बयानबाजी कर रहे हैं। राजभर ने दावा किया कि अखिलेश यादव अभी तक कुंदरकी में हार चुके हैं और अब वह मिल्कीपुर में भी हारने वाले हैं।
अखिलेश यादव के बयान पर राजभर की प्रतिक्रिया
योगी सरकार के मंत्री OP Rajbhar ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान पर पलटवार किया, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री आवास में भी शिवलिंग की मौजूदगी का दावा किया था। राजभर ने कहा, “अखिलेश यादव को शिवलिंग की नहीं, बल्कि मुस्लिम वोट की चिंता है। वह मुस्लिम वोटों को अपने पक्ष में रखने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश यादव की हार तय है, और मिल्कीपुर में उनकी हार से उन्हें बड़ी बदनामी का सामना करना पड़ेगा।
OP Rajbhar ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, “ये लोग पाकिस्तान का पानी पीते हैं, और पाकिस्तान हमेशा भारत का विरोध करता है। ऐसे लोग भारत में रहने वाले लोगों का विरोध करेंगे ही।” मंत्री ने यह आरोप भी लगाया कि यह लोग सरकार का विरोध करने के लिए हमेशा विवादों में रहते हैं, और अब उनका पतन होना तय है।
क्या था अखिलेश यादव का बयान?
अखिलेश यादव ने हाल ही में एक बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री आवास में भी शिवलिंग हो सकता है और वहां खुदाई होनी चाहिए। उनका कहना था कि मीडिया पहले वहां जाए और फिर वे खुदाई में शामिल होंगे। यह बयान अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हिंसा के बाद कई जगहों पर हुई खुदाई के संदर्भ में दिया था।
इसके बाद, मुस्लिम इलाकों में बंद पड़े मंदिरों की खुदाई का मुद्दा गर्माया और अखिलेश यादव ने सरकार की इस कार्रवाई पर सवाल उठाए थे। उन्होंने यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री आवास में शिवलिंग होने की संभावना पर खुदाई की जानी चाहिए।
OP Rajbhar का आरोप है कि ऐसे बयानबाजी करने का उद्देश्य केवल वोट बैंक की राजनीति करना है, जो समाजवादी पार्टी के लिए बड़ी मुश्किलें खड़ी करेगा।