लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। संभल हिंसा के बाद सीओ अनुज चौधरी सुर्खियों में हैं। हिंसा के वक्त खुद सीओ दंगाईयों ने भिड़ गए थे। उपद्रवियों की गोली से घायल भी हुए पर निडर होकर डटे रहे। ठीक होने के बाद वह फिर ड्यूटी पर उतरे। 46 साल से बंद हनुमान जी के मंदिर के कपाट को खुलवाया। एसपी के साथ मिलकर पूजा-अर्चना की। अब सीओ अनुज चौधरी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें वह बकायदा हनुमान बन गए और रथ यात्रा में हाथ में गदा लेकर निकल पड़े।
बंद हनुमान मंदिर के कपाट खुलवाए
संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़की थी। तब मौके पर सीओ अनुज चौधरी फोर्स के साथ मौजूद थे। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। लेकिन उपद्रवियों ने फायरिंग और पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान सीओ के पैर में गोली लग गई। किसी तरह से उन्होंने दंगाईयों को खदेड़ा। हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई थी, जबकि 27 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए थे। पुलिस ने 50 उपद्रवियों को अरेस्ट कर जेल भेजा। चार सौ से अधिक के पोस्टर जारी किए। ठीक होने के बाद सीओ अनुज चौधरी ड्यूटी पर फिर उतरे। 46 साल से बंद हनुमान मंदिर के कपाट खुलवाए।
पुलिस बल की मौजूदगी में दर्शन-पूजन
सीओ अनुज चौधरी ने खग्गुसराय इलाके में स्थित मंदिर के कपाट खुलवाने के बाद वह मंदिर के अंदर से मिट्टी हटाते दिखे थे। यहीं नहीं पूजा के दौरान वह मंदिर में घंटा भी बजाते दिखे थे। नए साल के पहले दिन खग्गूसराय इलाके में 46 साल पुराने कार्तिकेय महाद्वीप मंदिर के पास से रथ यात्रा निकली। एक दिन पहले यात्रा का रथ हनुमान जी की जन्मस्थली कर्नाटक से किष्किंधा से चलकर संभल के प्राचीन कार्तिकेय महादेव मंदिर पहुंचा था। गोविंदानंद सरस्वती महाराज ने भारी पुलिस बल की मौजूदगी में इसका दर्शन-पूजन किया। इसके बाद रथ श्री कल्की विष्णु मंदिर पहुंचा। भी मंदिरों के दर्शन करने के लिए गोविंदानंद सरस्वती महाराज निकले थे।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात
रथ के मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में निकलते ही सीओ सदर अनुज चौधरी ने हनुमान बन गदा अपने हाथ में पकड़ा और आगे-आगे सिक्योरिटी के साथ रथ निकाला। हाई सिक्योरिटी के साथ रथ को शहर से निकलना था। किष्किंधा रथ यात्रा को लेकर संभल पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात रहे.। खुद सीओ अनुज चौधरी हाथ में गदा लेकर रथयात्रा के आगे-आगे चल रहे थे। यह रथ यात्रा सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क के इलाके से भी निकली। जब यात्रा कार्तिकेय मंदिर के लिए रवाना हुई तो पीछे-पीछे श्रद्धालुओं का हुजूम भी चला।
सीओ रथ यात्रा के आगे-आगे चल रहे थे
सीओ रथ यात्रा के आगे-आगे चल रहे थे और उनके हाथ में गदा था। उनको देख लोग हनुमान-हनुमान के जय कारे लगा रहे थे। बता दें, अनुज चौधरी मुजफ्फरनगर के बहेड़ी गांव से आते हैं। अनुज चौधरी अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती में देश का मान बढ़ा चुके हैं। वह देश के लिए कुश्ती में कई मेडल भी जीत चुके हैं। उन्होंने 2002 और 2010 के नेशनल गेम्स में दो रजत पदक अपने नाम किए थे। एशियन चैंपियनशिप में 2 ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए थे।1997 से लेकर 2014 तक वह रेसलिंग के नेशनल चैंपियन रहे। साल 2001 में उन्हें लक्ष्मण अवॉर्ड और 2005 में अर्जुन अवॉर्ड से नवाजा गया। इसके बाद स्पोर्ट्स कोटे से उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी मिली।
मरने के लिए पुलिसबल में भर्ती नहीं हुए
संभल के सीओ अनुज चौधरी का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था।, जिसमें उन्होंने कहा है कि पुलिस को भी आत्मरक्षा का अधिकार है, पुलिसकर्मी मरने के लिए पुलिसबल में भर्ती नहीं हुए। पुलिसकर्मियों के भी बच्चे और परिवार हैं। उनके बयान में तीखे सवाल भी थे, जिसमें वो पूछते हैं कि क्या हमारा (पुलिसकर्मियों) परिवार नहीं होता? संभल में 4-6 घंटे क्या हालात रहे, पहले उसे देखना चाहिए। ये बयान उन्होंने संभल हिंसा के दौरान गोली से घायल होने के बाद दिया था, जिसे लाखों लोगों ने देखा और सुना था। सोशल मीडिया पर यूजर्स ने कमेंट भी लिखे थे।
सपा नेता ने कहा बंदर
वहीं इस मामले पर समाजवादी पार्टी की प्रतिक्रिया सामने आई है।सपा नेता उदयवीर सिंह ने संभल सीएम अनुज चौधरी के गदा पकड़ने वाले मामले पर उनकी की तुलना मदारी के बंदर से की है। अखिलेश के नेता उदयवीर सिंह ने कहा कि काहे का हनुमान जी वर्दी में वो मदारी का बंदर लग रहा है, जो लखनऊ के इशारे पर लगातार नाच रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा अपने विचारधारा के लोगों को हर चुनाव में उतार लाती है, अब सावरकर को लाई है जिनकी भूमिका बहुत सही नहीं रही है।