Lucknow suicide: लखनऊ के मौलवीगंज इलाके में समाजवादी पार्टी के एक प्रमुख नेता और अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले मुजीबुर्रहमान बबलू ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। घटना उनके घर पर घटी, जहाँ उनकी लाइसेंसी रिवाल्वर से यह कदम उठाया गया। बबलू समाजवादी पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष रह चुके थे और अपनी सामाजिक सक्रियता के लिए जाने जाते थे। हाल के वर्षों में वे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे, जो उनकी आत्महत्या की वजह बनी। उनके निधन से न केवल पार्टी बल्कि पूरे क्षेत्र में गम और सदमे का माहौल है। अखिलेश यादव समेत कई नेताओं ने इस दुखद घटना पर शोक जताया है।
समाज के लिए समर्पित नेता
मुजीबुर्रहमान बबलू को उनके सामाजिक और राजनीतिक कार्यों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। मौलवीगंज Lucknow के निवासी होने के नाते उन्होंने अपने क्षेत्र के लोगों के लिए कई सराहनीय कार्य किए। बबलू समाज के हर वर्ग से जुड़ने और उनकी समस्याओं को सुलझाने में हमेशा तत्पर रहते थे। उनकी सामाजिक सेवा की भावना और सादगी ने उन्हें एक लोकप्रिय नेता बनाया।
बीमारी ने तोड़ा हौसला
पिछले कुछ वर्षों से बबलू कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। इस कठिन दौर ने न केवल उनके शरीर को कमजोर किया बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डाला। बीमारी से उपजी मानसिक और शारीरिक पीड़ा ने उनकी जिंदगी को मुश्किल बना दिया था। परिवार और पार्टी के करीबी सूत्रों के अनुसार, बीमारी के चलते उनका आत्मविश्वास और जीवटता कमजोर हो गई थी।
शोक में डूबा मौलवीगंज
उनकी आत्महत्या की खबर ने Lucknow मौलवीगंज इलाके और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को स्तब्ध कर दिया। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बबलू का योगदान पार्टी और समाज के लिए अविस्मरणीय है। समाजवादी पार्टी के आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी शोक संदेश साझा किए गए। मुजीबुर्रहमान बबलू की मृत्यु ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा किया है कि गंभीर बीमारियों से जूझ रहे व्यक्तियों को किस प्रकार की मानसिक और सामाजिक सहायता मिलनी चाहिए। उनके परिवार, पार्टी और क्षेत्र के लोग उनकी कमी को हमेशा महसूस करेंगे। उनके द्वारा किए गए कार्य उनकी याद में हमेशा जीवित रहेंगे।