कानपुर ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के बांदा में सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां किन्नरों का एक गुट एसपी ऑफिस जाकर युवकों को जबरन किन्नर बनाए जाने की शिकायत की। किन्नरों का आरोप है कि दूसरे किन्नर गुट की मंडली युवकों को पैसे का लालच देकर उनका लिंग परिर्वतन करवा रही है। युवकों का कानपुर के एक अस्पताल में ऑपरेशन करवाया जाता है। वहीं दूसरे पक्ष के किन्ननों ने आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि ये पूरा विवाद पैसों को लेकर है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, ये पूरा प्रकरण बांदा की अतर्रा कोतवाली क्षेत्र का है। यहां पर किन्नरों के दो गुट रहते और दोनों के बीच वर्चस्व को लेकर संघर्ष हो रहा है। पीड़ित पक्ष के किन्नर एसपी दफ्तर पहुंचे और दूसरे पक्ष के किन्नरों पर सनसनीखेज आरोप लगाए। पीड़ित पक्ष के किन्नरों का आरोप है कि दूसरे पक्ष के किन्नर इलाको के युवकों को पहले अपने साथ रखते हैं। पैसे रुपये का लालच देकर उनका जबरन लिंग परिवर्तन करा रहे हैं और नवयुवकों को किन्नर बना रहे हैं। आरोप है कि ये लोग पहले युवकों को ं नशे का इंजेक्शन देकर कानपुर ले जाते हैं। यहां एक अस्पताल में उन्हें किन्नर बना दिया जाता है।
दूसरे पक्ष के किन्नरों ने कहा आरोप फर्जी
किन्नरों का आरोप है कि अभी तक 6 युवकों को जबरन किन्नर बनाया गया है। जिस पर दूसरे पक्ष के किन्नरों का कहना है कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप फर्जी हैं। उनका कहना है कि ये पूरा विवाद पैसों को लेकर है। फिलहाल आरोपी पक्ष और पीड़ित पक्ष, दोनों ने एसपी ऑफिस में शिकायती पत्र देकर कार्रवाई की मांग की है। इस पूरे मामले पर डीएसपी प्रवीण कुमार यादव ने बताया, मामला संज्ञान में आया है। कुछ किन्नरों ने आरोप लगाया कि दूसरे ग्रुप के किन्नरों ने उन्हें जबरन किन्नर बना दिया। इस संबंध में जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
दो गैंग एक्टिव
वहीं अब कुछ पीड़ित युवकों ने पुलिस के पास पहुंचकर इस गैंग की काली करतूत का खुलासा किया है। पीड़ितों में से एक खुशबू उर्फ शिवकांत और शिवम, जो किन्नर गैंग से भागे हुए थे ने बताया कि उन्होंने किसी तरह इन किन्नरों के चंगुल से बच कर पुलिस के पास पहुंच कर अपना दर्द साझा किया। इन युवाओं के अनुसार अतर्रा क्षेत्र में दो प्रमुख किन्नर गैंग हैं। एक गैंग का नाम है कैटरीना और दूसरे का नाम मधु है। ये गैंग गरीब युवाओं को पैसे का लालच देकर अपने साथ ले जाते हैं और कानपुर में उनका ऑपरेशन करवा देते हैं, जिससे वे किन्नर बन जाते हैं। जब वे इसका विरोध करते हैं, तो इन गैंग के सदस्य उनके साथ मारपीट करते हैं।
2015 में बनाया गया किन्नर
नौशाद अली उर्फ जाह्नवी ने अपना दर्द साझा करते हुए बताया कि वह बिसंडा की रहने वाली हैं और आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज से इंटर की पढ़ाई कर चुकी हैं। उन्हें संगीत का शौक था और वह कई कार्यक्रमों में गाना गाती थीं. इसी दौरान किन्नरों के गैंग ने उन्हें देखा और अपने जाल में फंसाने के लिए उन्हें पैसे का लालच दिया। नौशाद ने बताया कि मैं पहले ही घर में पैसों की तंगी से जूझ रही थी. इसलिए इन लोगों की बातों में आकर मैं इनके साथ चली गई। उन्हें कानपुर ले जाकर गंगा हॉस्पिटल में उनका ऑपरेशन करवा दिया गया और लिंग परिवर्तन कर दिया गया। यह घटना 2015 की है, तब से वह गैंग के साथ ही हैं।
गैंग का कानपुर कनेक्शन
जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि किन्नर गैंग कैटरीना और मधु कानपुर के गंगा हॉस्पिटल और स्वाति हॉस्पिटल में इन युवाओं का ऑपरेशन करवाती हैं. इन अस्पतालों में उनका एक एजेंट पीयूष द्विवेदी नामक व्यक्ति है, जो ऑपरेशन और हार्मोन चेंजिंग दवाइयों की सेटिंग करता है। इसके अलावा यह भी जानकारी मिली है कि इन गैंग के सदस्यों की अतर्रा थाने में भी सेटिंग है और दोनों गैंग के खिलाफ पहले भी कई शिकायतें थाने में की जा चुकी हैं, जिन्हें दबा दिया गया था। अब बांदा पुलिस और कानपुर पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई हैं।
पुलिस ने दर्ज किए पांच मामले
जबरन युवकों को किन्नर बनाने कं मामले पर पुलिस ने अतर्रा और शहर कोतवाली में कुल 5 मामले दर्ज किए हैं। मुख्य आरोपी किन्नर धीरू उर्फ कैटरीना और उनके साथियों पर युवकों का अपहरण कर जबरन लिंग परिवर्तन कराने का आरोप है। शहर कोतवाली में दर्ज दो मामलों में भरखरी गांव के अमित ने बताया कि बन्नो और मधू नाम की किन्नरों ने उसका अपहरण कर लिंग परिवर्तन करा दिया। वह अब काजल के नाम से जाना जाता है। दूसरे मामले में चित्रकूट के शिवाकांत उर्फ खुशबू ने शिकायत ने भी केस दर्ज करवाया है।
अतर्रा कोतवाली में तीन केस दर्ज
अतर्रा कोतवाली में दर्ज तीन मामलों में ओरण कस्बे के रूप ने बताया कि उनके बेटे शिवम को 15 नवंबर को धीरू ने जबरन पकड़ लिया, लेकिन वह भागने में सफल रहा। बिसंडा के कासिम के भाई नौशाद को किन्नर यासमीन बना दिया गया। चित्रकूट की शांति के बेटे शिवाकांत को 25 अप्रैल को अगवा कर लिंग परिवर्तन करा दिया गया, जो अब खुशबू नाम से किन्नर है। पुलिस ने सभी मामलों में जांच शुरू कर दी है। किन्नर धीरू उर्फ कैटरीना और उनके साथियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।