Mumbai Railway : कलवा रेतीबंदर के सैकड़ों निवासी रोजाना अपनी जान जोखिम में डालते हुए रेलवे पटरी पार करते हैं। इस इलाके में रहने वाले लगभग 8 से 10 हजार लोग, जिन्हें अपनी रोजी-रोटी के लिए इस मार्ग का इस्तेमाल करना पड़ता है, इसी को देखते हुए अब रेलवे अंडर ब्रिज की मांग को लेकर आंदोलन पर उतर आई है। कलवा के लोग लंबे समय से रेलवे दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं और अब उन्हें इस समस्या का समाधान चाहिए। आज कलवा रेतीबंदर के निवासियों ने रेलवे मंत्रालय और राज्य सरकार के खिलाफ आमरण अनशन शुरू किया है। उनका कहना है कि यदि मुंबई के DRM (डिवीजनल रेलवे मैनेजर) द्वारा जल्द कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो उनका अनशन जारी रहेगा।
मुंबई DRM और रेलवे मंत्रालय से कार्यवाही की मांग
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता साईनाथ भोसले ने कहा कि वह कई वर्षों से कलवा रेतीबंदर में अंडर ग्राउंड ब्रिज बनाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने मुंबई DRM और रेलवे मंत्रालय को कई पत्र भेजे हैं, लेकिन अभी तक इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। भोसले का आरोप है कि कुछ नेताओं की वजह से इस महत्वपूर्ण परियोजना में रुकावट आ रही है।
आंदोलन के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए रेलवे सुरक्षा बल, महाराष्ट्र रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं, ताकि कोई उपद्रव न हो।
यह भी पढ़ें : अब खतरे से बाहर है सैफ अली खान, सर्जरी के बाद डॉक्टरों ने जारी किया हेल्थ अपडेट
कार्रवाई पर निर्भर करेगा आंदोलन का भविष्य
कलवा रेतीबंदर के निवासियों का आंदोलन अब रेलवे मंत्रालय और राज्य सरकार के लिए एक चुनौती बन गया है। अगर इस मामले में जल्द कोई समाधान नहीं निकला, तो यह आंदोलन और भी तेज हो सकता है। सभी की निगाहें अब मुंबई DRM द्वारा लिए जाने वाले निर्णय पर टिकी हुई हैं।