Kolkata rape case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज 9 अगस्त 2024 की रात में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया था, जिसमें एक डॉक्टर के साथ दुष्कर्म कर के उसकी हत्या की गई। इस मामले में दोषी पाए गए संजय रॉय को अब उम्रभर की सजा सुनाई गई है। फिलहाल उसे कोलकाता की प्रेसिडेंसी जेल में रखा गया है, जहां उसकी सुरक्षा के लिए जेल प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं।
सुरक्षा को लेकर कड़े इंतजाम
जेल प्रशासन ने बताया कि उम्रकैद की सजा पाए कैदियों को आमतौर पर दिन में ज्यादा समय सेल से बाहर रहने की अनुमति दी जाती है। लेकिन संजय रॉय के मामले में सुरक्षा जोखिम को देखते हुए उसे सेल में ही सीमित रखा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि रॉय को सेल 6 में अकेले रखा गया है, जहां 24×7 निगरानी होगी।
जेल में पहुंचते ही की पहली मांग
जेल में पहुंचने के तुरंत बाद संजय रॉय ने जेल अधिकारियों से नोटबुक और पेन की मांग की। अधिकारियों ने इस पर सहमति जताई है। संजय रॉय को मंगलवार को पहली बार कुछ घंटे के लिए सेल से बाहर निकलने की अनुमति दी गई, क्योंकि उसका दर्जा विचाराधीन कैदी से उम्रकैद वाले कैदी में बदल दिया गया था।
लंबे समय से जेल में है बंद
संजय रॉय पिछले साल 23 अगस्त से जेल में है। उसे हमेशा सेल में बंद रखा गया था, सिवाय कोर्ट में पेशियों के समय। अब उसे अकेले सेल में रखने के साथ ही उसके हर कदम पर नजर रखी जा रही है। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में मामले लंबित होने के कारण प्रशासन उसकी सुरक्षा को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता।
आगे की रणनीति
प्रेसिडेंसी जेल के अधिकारियों ने कहा है कि संजय रॉय को जेल के नियमों के तहत सुविधाएं दी जाएंगी। उसकी सुरक्षा को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।