लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। तीर्थराज प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आगाज 13 जनवरी 2025 से हो गया। करीब 18 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने इसबार के महाकुंभ में आकर अभी तक त्रिवेणी में डुबकी लगाई है। इसी बीच मौनी अमवस्या पर संगममेला परिक्षेत्र में बड़ा हादसा हो गया। एकाएक भगदड़ मच गई, जिसके कारण 30 भक्तों को अपनी जान गंवानी पड़ी, वहीं 60 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इससे पहले 2013 के महाकुंभ में अमृत स्नान से पहले भगदड़ मची थी। तब 36 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। तब कुंभ के प्रभारी मंत्री आजम खान थे और यूपी के सीएम अखिलेश यादव थे। इस हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए आजम खान ने प्रभारी मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, सूबे के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने उनके इस्तीफे को स्वीकार नहीं किया था।
भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत
13 साल बाद संगम नगरी प्रयागराज में लगे महाकुंभ में एक बार फिर भगदड़ की खबर सामने से हड़कंप मच गया। भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नहाने के घाट पर हादसा हुआ। घटना बुधवार रात 1 बजे की है। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है। बता दें, इससे पहले साल 2013 के महाकुंभ में प्रयागराज जंक्शन (तब इलाहाबाद जंक्शन) में भगदड़ मच गई थी। इस भगदड़ में 36 लोगों की मौत हुईं थी। सैकड़ों भक्त गंभीर रूप से घायल हुए थे। तब भी मौनी अमावस्या का ही पर्व था। उस वक्त प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव थे और कुंभ के प्रभारी मंत्री आजम खान थे।
36 श्रद्धालुओं की मौत
वर्ष 2013 में जब कुंभ मेला लगा था, तब आजम खान ही कुंभ के प्रभारी मंत्री थे। इसी दौरान इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई और 36 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। तब आजम खान ने अपने पद से रिजाइन कर दिया था। इस्तीफा देते हुए आजम खान ने तब कहा था, हादसा कुंभ मेला क्षेत्र से बाहर (रेलवे स्टेशन पर) हुआ है। फिर भी मैं इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेता हूं और कुंभ मेले के प्रभारी पद से इस्तीफा दे रहा हूं। इस दर्दनाक हादसे से मैं बहुत दुखी हूं। सारी रात सो नहीं पाया। मैं अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भेज रहा हूं। आजम खान ने यह भी कहा था, हमने कुंभ मेले की अच्छी से अच्छी व्यवस्था करने में अपनी तरफ से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।
आजम खान मेला कमेटी के चीफ बने रहेंगे
हालांकि अखिलेश यादव ने उसका इस्तीफा मंजूर नहीं किया था। साथ ही अखिलेश यादव ने आजम खान की जमकर तारीफ की थी। तारीफ करते हुए अखिलेश यादव ने कहा था कि आजम खान मेला कमेटी के चीफ बने रहेंगे। मुख्यमंत्री का मानना था कि आजम खान ने पूरे समर्पण और जिम्मेदारी के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाई। वहीं आरएसएस ने आजम खान को कुंभ मामलों का मंत्री बनाये जाने पर सवाल उठाये थे। आरएसएस ने कहा था कि आजम खान कुंभ में क्या कर रहे थे?। ऐसी जगह पर किसी ऐसे व्यक्ति को होना चाहिए था, जो धार्मिक आयोजन के प्रति सहानुभूति रखता हो। उसके प्रति समर्पित हो। आजम में ये तीनों ही बातें नहीं थीं।
10 फरवरी को मौनी अमावस्या का स्नान था
बता दें, महाकुंभ मेला 2013 के दौरान 10 फरवरी को मौनी अमावस्या का स्नान था, जब रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मची थी। लोग स्नान-दान करने के बाद अपने घर जाने के लिए रेलवे स्टेशनों व बस अड्डों पर पहुंच रहे थे। प्रयागराज जंक्शन अब के इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में यात्रियों की भीड़ पहुंच चुकी थी। रेलवे के सभी प्लेटफार्म यात्रियों खचाखच भरे पड़े थे। शाम के सात बज रहे थे तभी प्लेटफार्म छह की ओर जाने वाली फुट ओवरब्रिज की सीढिय़ों पर अचानक भगदड़ मची। धक्का-मुक्की के दौरान कई लोग ओवरब्रिज से नीचे जा गिरे तो कईयों को भीड़ ने कुचल दिया था। इस दुखद घटना में 36 लोगों ने अपनी जान गवाई थी, जबकि 50 गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.।