Budget 2025:आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट पेश किया। इस बजट से हर सेक्टर को कुछ न कुछ उम्मीदें थीं, लेकिन सबसे ज्यादा निगाहें हेल्थ सेक्टर पर टिकी थीं। उम्मीद थी कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के बजट को बढ़ाकर ज्यादा सुविधाएं देगी। खबरें थीं कि इस बार हेल्थ सेक्टर का बजट 10% तक बढ़ सकता है। लेकिन क्या सच में ऐसा हुआ? आइए जानते हैं कि सरकार ने इस बार स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए क्या बड़े ऐलान किए हैं।
स्वास्थ्य के लिए बजट में बड़े ऐलान
सरकार ने इस बार कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं, जिससे लोगों को बेहतर इलाज और सुविधाएं मिल सकेंगी। ये कुछ अहम फैसले हैं
मेडिकल टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा,अब भारत में इलाज कराने आने वाले विदेशी नागरिकों के लिए वीजा की प्रक्रिया आसान की जाएगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग भारत में इलाज करा सकें।
कैंसर का इलाज होगा आसान
देश के 200 जिला अस्पतालों में कैंसर डे-केयर सेंटर बनाए जाएंगे, जिससे कैंसर मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। इससे इलाज के लिए दूर-दराज जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मेडिकल उपकरण होंगे सस्ते
इस बार के बजट में सरकार ने मेडिकल इक्विपमेंट की कीमत कम करने का फैसला किया है। इससे इलाज कराना थोड़ा सस्ता होगा और अस्पतालों में भी आधुनिक मशीनें उपलब्ध हो सकेंगी।
क्या हेल्थ सेक्टर को उम्मीद के मुताबिक बजट मिला
इस बार भी हेल्थ सेक्टर को उम्मीद थी कि बजट बढ़ेगा, लेकिन सरकार ने जितनी उम्मीद थी, उतना पैसा नहीं दिया। भारत जैसे देश में पब्लिक हेल्थ के लिए ज्यादा खर्च करने की जरूरत है, ताकि हर व्यक्ति को अच्छा इलाज मिल सके।
स्वास्थ्य बजट में कमी, ये हैं आंकड़े
अगर पिछले सालों के आंकड़े देखें, तो स्वास्थ्य पर खर्च में गिरावट आई है। 2018 से 2022 तक हेल्थ बजट GDP का 2.47% से घटकर 2.22% रह गया। अब 2023-2025 में यह और घटकर 1.85% से 1.75% तक आ गया है।
बजट आवंटन
2022-2023
86,606 करोड़ रुपये
2023-2024
88,956 करोड़ रुपये
2024-2025
90,000 करोड़ रुपये
देखा जाए तो रकम थोड़ी बढ़ी है, लेकिन GDP के अनुपात में खर्च कम हुआ है। इससे हेल्थ सेक्टर को ज्यादा फायदा नहीं मिलेगा।
क्या बजट से लोगों को राहत मिलेगी
सरकार ने मेडिकल टूरिज्म, कैंसर अस्पताल और सस्ते मेडिकल उपकरणों पर ध्यान दिया है, लेकिन हेल्थ सेक्टर को और ज्यादा फंडिंग की जरूरत थी। अगर सरकार सार्वजनिक स्वास्थ्य पर ज्यादा खर्च करती, तो गरीबों को बेहतर इलाज मिल सकता था।