Ramayan animated film Legend of Prince Ram screening संसद भवन में 15 फरवरी 2025 को भारतीय-जापानी एनिमेटेड फिल्म ‘रामायण द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ की एक खास स्क्रीनिंग होने जा रही है। फिल्म के इस प्रदर्शन में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत संसद सदस्य और सांस्कृतिक क्षेत्र से विशेष आमंत्रित लोग भी शामिल होंगे।
क्यों हो रही है इस फिल्म की स्क्रीनिंग
यह फिल्म सिर्फ एक सिनेमाई अनुभव नहीं है, बल्कि यह हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है। फिल्म के वितरक गीक पिक्चर्स के सह संस्थापक अर्जुन अग्रवाल ने कहा कि इस फिल्म का प्रदर्शन रामायण की कालातीत कथा का उत्सव है, जो हमें मार्गदर्शन करती है और प्रेरित करती है। यह फिल्म भारतीय संस्कृति की एक महत्वपूर्ण कड़ी है, जिसे नए तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
फिल्म की रिलीज और कहानी
यह फिल्म भारत में 24 जनवरी 2025 को हिंदी, अंग्रेजी, तेलुगु और तमिल में रिलीज हुई है। इससे पहले, 1993 में इस फिल्म को भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में प्रदर्शित किया गया था, लेकिन सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हुई थी। 2000 के दशक में टीवी चैनलों पर इसे फिर से दिखाया गया, जिससे यह भारतीय दर्शकों के बीच खासा लोकप्रिय हो गई।
‘रामायण द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम’ का निर्देशन युगो साको, राम मोहन और कोइची सासाकी ने किया है। फिल्म में भगवान श्रीराम की अद्भुत गाथा, उनकी निष्ठा और अधर्म पर धर्म की विजय को जीवंत रूप से दर्शाया गया है। यह परिवारों और सभी आयु वर्ग के दर्शकों के लिए एक प्रेरणादायक और मनोरंजक फिल्म है।
महाकुंभ में भी हुई थी फिल्म की स्क्रीनिंग
इस फिल्म का एक ऐतिहासिक प्रदर्शन 22 जनवरी 2025 को महाकुंभ मेले में हुआ था। यह पहली बार था जब किसी एनिमेटेड फिल्म का प्रदर्शन महाकुंभ मेले में किया गया था। इस स्क्रीनिंग में 200 से ज्यादा स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया, जो भगवान श्रीराम की कहानी से प्रेरित हुए।
फिल्म का महत्व
यह फिल्म न सिर्फ बच्चों के लिए, बल्कि बड़े दर्शकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। इसमें राम के संघर्ष, उनकी धार्मिक निष्ठा और अधर्म के खिलाफ उनकी लड़ाई को बहुत अच्छे से दिखाया गया है। फिल्म में दिखाए गए ग्राफिक्स और संगीत ने इसे और भी रोमांचक और दर्शनीय बना दिया है।