Parliament Session: संसद के बजट सत्र में आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत हो गई है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के नेताओं ने हंगामा करना शुरू कर दिया। महाकुंभ में हुए हादसे को लेकर विपक्षी नेता लोकसभा में नारेबाजी कर रहे हैं। भारी हंगामे के बीच इंडिया ब्लॉक के सभी दलों ने राज्यसभा से वाक आउट किया।
विपक्षी दल कुंभ मेले में अव्यवस्था (Parliament Session) और मौनी अमावस्या पर हुई मौतों के संदर्भ में विपक्षी सांसदों द्वारा रूल 267 के तहत दिए गए नोटिस पर चर्चा चाहते थे लेकिन उपसभापति ने इस नोटिस को नामंजूर कर दिया।
संसद में विपक्षी दलों का हंगामा
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सांसदों ने प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ और उसमें हुई मौतों को लेकर चर्चा की मांग की। विपक्षी सांसद नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए जिससे सदन में हंगामे की स्थिति बन गई। इस पर स्पीकर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि सरकार ने आपको बेंच तोड़ने के लिए नहीं चुना है।
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JPC पर इमरान मसूद की नाराजगी
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने विरोध जताया। उन्होंने कहा कि मात्र संख्या के बल पर हर चीज को खत्म नहीं किया जा सकता क्योंकि यह लोकतंत्र है जहां सभी के विचारों को महत्व दिया जाना चाहिए। उन्होंने इसे संविधान के अनुच्छेद 26 का खुला उल्लंघन बताते हुए कहा कि वे इसके खिलाफ अंत तक लड़ाई जारी रखेंगे।
विपक्षी सांसदों पर भड़के स्पीकर
लोकसभा में विपक्षी सांसदों के हंगामे के बीच स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें सवाल पूछने का मौका दिया। उन्होंने उन सांसदों का नाम लेते हुए कहा कि “आप प्रश्न पूछना चाहते हैं या नहीं?” जब सांसदों ने नारेबाजी जारी रखी तो स्पीकर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि “आपको जनता ने सवाल पूछने के लिए भेजा है या टेबल तोड़ने के लिए? अगर टेबल तोड़ने के लिए भेजा है तो और जोर से मारिए!”