Delhi News: संसद के बजट सत्र के दौरान राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुराने वादों की याद दिलाते हुए उनसे जवाब मांगा। खरगे ने कहा कि सरकार ने बड़े-बड़े वादे किए थे लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। खरगे ने महंगाई, बेरोजगारी और गंगा सफाई जैसे मुद्दों पर सरकार की नीतियों को विफल करार दिया। इसके अलावा, उन्होंने महाकुंभ में भगदड़ की घटना का उल्लेख कर सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए।
खरगे ने गिनाए 11 प्रमुख वादे
काला धन वापस लाने का वादा
पीएम मोदी ने कहा था कि विदेशों से काला धन लाकर हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये जमा किए जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
रोजगार देने का वादा
2014 के चुनावों में हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया गया था, लेकिन आज बेरोजगारी दर उच्चतम स्तर पर है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम करने का वादा
सरकार ने दावा किया था कि ईंधन की कीमतों में कमी आएगी, लेकिन आज कीमतें आसमान छू रही हैं।
गंगा सफाई का वादा
गंगा की स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। खरगे ने कुंभ के दौरान गंदगी फैलाने के आरोप भी लगाए।
इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स
देशभर में तेजी से प्रोजेक्ट्स पूरे करने का दावा किया गया था, लेकिन कई योजनाएं अधूरी हैं।
मेक इन इंडिया
सरकार ने 2022 तक 10 करोड़ नई नौकरियां देने का वादा किया था, जो अब तक पूरी नहीं हुईं।
किसानों की आय दोगुनी करने का वादा
प्रधानमंत्री ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की बात कही थी, लेकिन किसानों की समस्याएं जस की तस हैं।
नोटबंदी पर सवाल
खरगे ने नोटबंदी के दौरान पीएम द्वारा दिए गए बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि स्थिति न सुधरने पर वे किसी भी सजा के लिए तैयार हैं।
बुलेट ट्रेन
2022 तक मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन शुरू करने का दावा किया गया था, जो अभी तक अधूरा है।
पीएम किसान योजना
सरकार ने किसानों को आर्थिक सहायता देने का दावा किया था, लेकिन जमीनी सच्चाई इसके विपरीत है।
भगोड़े आर्थिक अपराधी
खरगे ने आर्थिक अपराधियों की वापसी पर भी सरकार को घेरा।
खरगे की मांग
खरगे ने सरकार से पारदर्शिता बरतने की अपील करते हुए कहा कि जनता को इन वादों की सच्चाई बताई जाए। उन्होंने कहा कि जनता अब इन सवालों के जवाब की प्रतीक्षा कर रही है।