Noida International Airport flights : उत्तर प्रदेश में हवाई सफर और आसान होने वाला है। दो नए एयरपोर्ट, जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और कुशीनगर एयरपोर्ट,जल्द ही उड़ान सेवाएं शुरू करने वाले हैं। केंद्र सरकार ने संसद में इस पर बड़ा अपडेट दिया है।
जेवर एयरपोर्ट कब से शुरू होगा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का पहला चरण लगभग तैयार है। अप्रैल 2025 से यहां से नियमित उड़ानें शुरू हो जाएंगी। दिसंबर 2024 में इस एयरपोर्ट पर पहली टेस्ट फ्लाइट भी सफलतापूर्वक की जा चुकी है। एयर इंडिया और इंडिगो जैसी कंपनियां यहां से अपनी उड़ानें शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जिले में स्थित है और यहां से देश के कई बड़े शहरों के लिए उड़ानें मिलेंगी। लखनऊ, अहमदाबाद, वाराणसी, चेन्नई, जयपुर, हैदराबाद और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों के लिए फ्लाइट्स संचालित की जाएंगी। इसके अलावा, तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी मिलेंगी ज्यूरिख, सिंगापुर और दुबई के लिए।
कुशीनगर एयरपोर्ट की स्थिति क्या है
पूर्वांचल क्षेत्र में स्थित कुशीनगर एयरपोर्ट को भी उड़ान योजना (उड़े देश का आम नागरिक) के तहत विकसित किया जा रहा है। इससे इस इलाके की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और लोगों को सस्ती हवाई सेवाएं मिलेंगी। फिलहाल सरकार इसके लिए अंतिम तैयारियां कर रही है।
जेवर एयरपोर्ट की खास बातें
जेवर एयरपोर्ट का पहला चरण लगभग पूरा हो चुका है। इसमें दो कार्गो सेवाएं, 25 घरेलू उड़ानें और 3 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल होंगी। सरकार की मंजूरी मिलने के बाद इसे पूरी तरह चालू कर दिया जाएगा।
एयरपोर्ट का टर्मिनल भवन दिसंबर 2024 में तैयार हो चुका है। इसके बाद, यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड डीजीसीए से लाइसेंस के लिए आवेदन करेगी। 17 अप्रैल 2025 से यहां से वाणिज्यिक उड़ानें शुरू होने की उम्मीद है।
डिजाइन में भारतीय संस्कृति की झलक
जेवर एयरपोर्ट का डिजाइन भारतीय संस्कृति से प्रेरित है। टर्मिनल बिल्डिंग की सीढ़ियां बनारस के घाटों की तरह बनाई गई हैं। छत का डिजाइन गंगा नदी की लहरों से प्रेरित है। खिड़कियों और प्रांगण को पुरानी हवेलियों की शैली में बनाया गया है।
इसके अलावा, यात्रियों के लिए 5 स्टार होटल भी तैयार किया जा रहा है, जिससे यहां आने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलें।
यूपी को मिलेगा बड़ा फायदा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और कुशीनगर एयरपोर्ट शुरू होने से उत्तर प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों की कनेक्टिविटी काफी मजबूत हो जाएगी। लोगों को बेहतर और सस्ती हवाई सेवाएं मिलेंगी। इसके अलावा, इन एयरपोर्ट्स से प्रदेश में व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।