Patna High Court: बिहार में 70वीं बीपीएससी (बिहार लोक सेवा आयोग) की परीक्षा को लेकर विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। 13 दिसंबर 2024 को हुई इस परीक्षा को लेकर कई उम्मीदवारों ने गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि परीक्षा में धांधली हुई, इसलिए इसे रद्द करके दोबारा करवाया जाए। इस मामले को लेकर पटना हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई थी, लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं आया है।
कोर्ट में सुनवाई बारबार क्यों टल रही है
इस मामले पर 4 फरवरी 2025 को पटना हाईकोर्ट में सुनवाई होनी थी, लेकिन जज के अनुपस्थित होने की वजह से फिर से टाल दी गई। इससे पहले 31 जनवरी 2025 को भी जज के अवकाश पर रहने के कारण सुनवाई नहीं हो सकी थी। अब अभ्यर्थी अगली सुनवाई की तारीख का इंतजार कर रहे हैं।
अभ्यर्थियों की मांग क्या है
छात्रों का कहना है कि 70वीं बीपीएससी परीक्षा में गड़बड़ी हुई, इसलिए इसे पूरी तरह से रद्द किया जाए और फिर से परीक्षा करवाई जाए। कई अभ्यर्थियों ने पटना के गर्दनीबाग में धरना प्रदर्शन भी किया और मांग की कि उन्हें न्याय मिलना चाहिए। उनका कहना है कि जब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जाता, वे संघर्ष करते रहेंगे।
सरकार और बीपीएससी का जवाब
बिहार सरकार और बीपीएससी ने इस मामले पर जवाबी हलफनामा (काउंटर एफिडेविट) दाखिल कर दिया है। हालांकि, कोर्ट में इस पर सुनवाई नहीं हो पाई है। पिछली सुनवाई 16 जनवरी 2025 को हुई थी, जिसमें कोर्ट ने सरकार और बीपीएससी को 30 जनवरी तक जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया था।
परीक्षा में गड़बड़ी का मामला
70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को आयोजित हुई थी। इसके लिए पूरे बिहार में 912 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। लेकिन पटना के बापू परीक्षा परिसर में धांधली की शिकायतें मिलने के बाद वहां दोबारा परीक्षा करवाई गई। अभ्यर्थियों की मांग है कि सिर्फ पटना में ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य में दोबारा परीक्षा होनी चाहिए। दूसरी तरफ, बीपीएससी का कहना है कि अन्य केंद्रों पर कोई गड़बड़ी नहीं हुई थी, इसलिए परीक्षा को रद्द करने का कोई मतलब नहीं बनता।
छात्रों को कब मिलेगा न्याय
बीपीएससी ने परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया है, लेकिन फिर भी कई छात्र इस फैसले से नाखुश हैं। वे कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें न्याय मिलेगा। अब देखना होगा कि अगली सुनवाई में क्या फैसला आता है और क्या अभ्यर्थियों की मांगें मानी जाएंगी या नहीं।