Microsoft: माइक्रोसॉफ्ट ने अपने कई कर्मचारियों को अचानक नौकरी से निकाल दिया है। कहा जा रहा है कि जो लोग कंपनी की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाए, उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। इसके अलावा, कंपनी खर्च घटाने के लिए भी छंटनी कर रही है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि निकाले गए कर्मचारियों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया है।
मुआवजा भी नहीं मिला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन कर्मचारियों को निकाला गया, उनकी ऑफिस और सिस्टम की एक्सेस तुरंत हटा दी गई। यानी जैसे ही टर्मिनेशन नोटिस मिला, वैसे ही उनके लिए कंपनी के दरवाजे बंद हो गए।कुछ कर्मचारियों ने शिकायत की कि कंपनी ने कोई मुआवजा नहीं दिया, जो आमतौर पर छंटनी के वक्त दिया जाता है। इतना ही नहीं, हेल्थ बेनेफिट्स भी रोक दिए गए। यानी अब इन कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाएं भी नहीं मिलेंगी।
किन विभागों में छंटनी हो रही है
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिक्योरिटी, गेमिंग, डिवाइसेस और सेल्स टीम में कर्मचारियों को हटाया जा रहा है।सीनियर कर्मचारियों को भी निकाला जा रहा है, जो पहले कम देखा जाता था। आमतौर पर छंटनी में नए या जूनियर कर्मचारियों को हटाया जाता है, लेकिन इस बार बड़े पदों पर बैठे लोगों को भी बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।
दोबारा अप्लाई करने पर परफॉर्मेंस चेक होगा
माइक्रोसॉफ्ट ने अपने टर्मिनेशन लेटर में साफ कर दिया है कि अगर निकाले गए कर्मचारी भविष्य में कंपनी में दोबारा अप्लाई करते हैं, तो उनका पुराना रिकॉर्ड देखा जाएगा।
अगर किसी को खराब प्रदर्शन की वजह से निकाला गया है, तो उसका दोबारा नौकरी पाना मुश्किल हो सकता है। यह उन लोगों के लिए झटका है जो भविष्य में माइक्रोसॉफ्ट में दोबारा काम करने की सोच रहे थे।
आगे क्या होगा
माइक्रोसॉफ्ट के साथ फिलहाल 2.28 लाख से ज्यादा फुल-टाइम कर्मचारी काम कर रहे हैं। हालांकि, छंटनी के बावजूद कंपनी भविष्य में दोबारा भर्ती करने की योजना बना रही है।
लेकिन इस बार नौकरियां सिर्फ उन्हीं को मिलेंगी, जिनका प्रदर्शन कंपनी के हिसाब से बेहतरीन होगा। यानी जो कर्मचारी पहले से अच्छा काम कर चुके हैं, उनकी ही वापसी हो सकती है।