Emi Loan Intrest: आजकल घर कार या पर्सनल जरूरतों के लिए लोन लेना आम बात हो गई है। लेकिन जब लोन लेते हैं, तो हर महीने की EMI चुकाना पड़ता है। और ये EMI कितनी होगी, यह समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। आज हम इसको एकदम आसान तरीके से समझते हैं।
EMI कैसे कैलकुलेट होती है?
EMI में दो चीजें शामिल होती हैं,मुख्य राशि (Principal) और ब्याज (Interest) बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, EMI का कैलकुलेशन एक खास फॉर्मूले के तहत होता है। इस फॉर्मूले को ऐसे समझ सकते हैं।
EMI = [P × R × (1+R)^N] / [(1+R)^N – 1]
यहां पर P = लोन की मूल राशि (Principal Amount)
N= लोन की अवधि (महीनों में)
R = मासिक ब्याज दर (Monthly Interest Rate)
मासिक ब्याज दर (R) का हिसाब इस फॉर्मूले से होता है
R = वार्षिक ब्याज दर / (12 × 100)
एक उदाहरण से समझें,मान लीजिए आपने 10 लाख रुपये का लोन लिया है, और ब्याज दर 7.2% सालाना है, और लोन की अवधि 10 साल (120 महीने) है। तो EMI का हिसाब कुछ इस तरह होगा।
EMI = 10,00,000 × 0.006 × (1 + 0.006)¹²⁰ / [(1 + 0.006)¹²⁰ – 1]
इस हिसाब से आपकी हर महीने की EMI 11,714 रुपये होगी।
EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल करें
अगर आप यह सब करने में थोड़ी उलझन महसूस करते हैं, तो कोई बात नहीं! आप ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपको मिनटों में सही EMI दिखा देगा, और आपका लोन प्लान बनाना और भी आसान हो जाएगा।
लंबे टेन्योर का मतलब ज्यादा ब्याज
कभी-कभी लोग EMI कम करने के लिए लोन का टेन्योर (समय) ज्यादा रखते हैं। इससे उनकी EMI तो कम हो जाती है, लेकिन ज्यादा ब्याज देना पड़ता है। वहीं, अगर आप छोटा टेन्योर चुनते हैं, तो EMI ज्यादा होगी, लेकिन ब्याज काफी कम होगा।तो अब आप समझ गए होंगे कि EMI का हिसाब कैसे होता है! जब भी लोन लें, अपनी सुविधा के हिसाब से टेन्योर का चुनाव करें और ध्यान रखें कि लंबा टेन्योर ज्यादा ब्याज लेकर आता है।