Mahakumbh Maghi Purnima Snan Live: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ मेले में बुधवार, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान के साथ श्रद्धालुओं का एक माह का कल्पवास संपन्न हो जाएगा जिसके बाद वे अपने-अपने घर लौटने लगेंगे। मेला प्रशासन ने इस विशेष स्नान को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए पूरी तैयारी कर ली है।
श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 11 फरवरी से पूरे मेला क्षेत्र को ‘नो व्हीकल ज़ोन’ घोषित किया गया है जबकि आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए अस्पतालों और एंबुलेंस को अलर्ट मोड में रखा गया है।
हरिद्वार में भी लोग कर रहे स्नान
माघ पूर्णिमा के अवसर पर प्रयागराज कुंभ मेले के साथ-साथ अन्य धार्मिक स्थलों के स्नान घाटों पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। हरिद्वार के हर की पैड़ी पर सुबह से ही आस्थावान लोग गंगा स्नान के लिए जुटने लगे हैं। दूर-दराज से आए श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं। माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व माना जाता है। वहीं जो लोग भीड़ के कारण प्रयागराज नहीं पहुंच पा रहे हैं, वे हरिद्वार के हर की पैड़ी पर स्नान कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं।
काशी में ज्यादा भीड़ से गंगा आरती पर रोक
मंगलवार को महाकुंभ से लौटे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने मौनी अमावस्या के बाद की भीड़ का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया। प्रशासन ने गोदौलिया से दशाश्वमेध जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया जिससे श्रद्धालु आसपास की गलियों से होते हुए गंगा घाट तक पहुंचे। इस वजह से गोदौलिया-जंगमबाड़ी मुख्य मार्ग से घाट की ओर जाने वाली गलियों में भारी जाम की स्थिति बन गई। भीड़ की अधिकता के कारण गंगा आरती को भी रोक दिया गया। इसी दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर की लंबी कतार में खड़े तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई जो महाकुंभ से बनारस लौटे थे।
अयोध्या में भी चल रहा स्नान
माघ पूर्णिमा के अवसर पर अयोध्या में सरयू नदी में श्रद्धालुओं का स्नान जारी है। दूर-दराज से आए श्रद्धालु सरयू में डुबकी लगा रहे हैं और मठ-मंदिरों में दर्शन और पूजन कर रहे हैं। रामनगरी में लाखों श्रद्धालु मौजूद हैं जिनमें अयोध्या और आसपास के जिलों से लोग पहुंचे हैं। महाकुंभ के बाद भी आस्था का यह सैलाब निरंतर अयोध्या पहुंच रहा है। सुबह 3:00 बजे से स्नान, दान, दर्शन और पूजन का सिलसिला जारी है। घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और अयोध्या क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित किया गया है।
आईसीसीसी से मेला क्षेत्र की हो रही निगरानी
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से मेला क्षेत्र और पूरे शहर की सुरक्षा की निगरानी की जा रही है। 2750 उन्नत कैमरों, एंटी-ड्रोन सिस्टम और विशेष सुरक्षा दलों के माध्यम से हर गतिविधि पर गहरी निगरानी रखी जा रही है।
सीएम योगी की बैठक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह सक्रिय और समयबद्ध प्रयास प्रशंसा के योग्य है। माघ पूर्णिमा के पावन स्नान पर्व के दौरान उन्होंने सुनिश्चित किया कि व्यवस्थाएं पूरी तरह से सुचारू रूप से चलें ताकि श्रद्धालुओं को कोई भी समस्या न हो। सुबह 4 बजे से ही अपने सरकारी आवास 5 कालिदास मार्ग स्थित वॉर रूम में बैठक कर उन्होंने डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह और मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों के साथ सभी व्यवस्थाओं की निगरानी की।
सीएम योगी का यह कदम यह दर्शाता है कि वह राज्य के धार्मिक आयोजनों में भी प्रशासनिक दक्षता को सर्वोपरि मानते हैं। इससे पहले बसंत पंचमी अमृत स्नान के अवसर पर भी उन्होंने इस तरह की निगरानी रखी थी जो यह संकेत देता है कि वह हर पहलू पर ध्यान देते हैं ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिले।
काशी में उमड़ा जनसैलाब
माघ पूर्णिमा के दिन काशी में श्रद्धालुओं का यह जन सैलाब वाकई अद्वितीय है। शीतला घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट जैसे प्रमुख घाटों पर इस दिन विशेष रूप से बहुत बड़ी भीड़ देखी जा रही है। गंगा नदी में डुबकी लगाते हुए श्रद्धालु भगवान सूर्य को अर्घ्य दे रहे हैं जो कि इस दिन की खासियत है।
उड़ीसा से आने वाले श्रद्धालुओं का अनुभव भी बहुत ही सुखद है क्योंकि काशी में स्नान करने से उन्हें एक अद्वितीय आस्था और शांति का अनुभव हुआ। माघ पूर्णिमा के मौके पर काशी का यह दृश्य न केवल आस्था का प्रतीक है बल्कि यह काशी की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को भी उजागर करता है।
8 बजे तक 1.02 करोड़ लोगों ने लगाई डुबकी
महाकुंभ में माघी पूर्णिमा के अवसर पर अमृत स्नान जारी है। सुबह 8 बजे तक 1.02 करोड़ श्रद्धालु और साधु-संत संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है वहीं प्रशासन भी सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर पूरी तरह सतर्क बना हुआ है।
अब तक 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर अब तक 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। इस दौरान संगम तट पर भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा है और भारी संख्या में श्रद्धालु अब भी वहां पहुंच रहे हैं। दूसरी ओर प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क है और कुंभ मेले की व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने में जुटा हुआ है।
व्यवस्थाओं से बेहद संतुष्ट है श्रद्धालु
प्रयागराज महाकुंभ में माघी पूर्णिमा स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालु व्यवस्थाओं से बेहद संतुष्ट नजर आ रहे हैं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकारों द्वारा किए गए बेहतरीन इंतजामों की खुलकर सराहना कर रहे हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि भले ही उन्हें कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ा लेकिन संगम में आस्था की डुबकी लगाने के बाद जो आध्यात्मिक आनंद और पुण्य की अनुभूति हुई उसे शब्दों में व्यक्त करना कठिन है।
भक्तों पर की जा रही ‘पुष्प वर्षा’
प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के दौरान माघी पूर्णिमा स्नान के अवसर पर श्रद्धालुओं और तपस्वियों का विशेष स्वागत किया जा रहा है। पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे भक्तों पर ‘पुष्प वर्षा’ की जा रही है जिससे माहौल भक्तिमय और अलौकिक बन गया है।
स्नान संपन्न होने तक वहीं रहेंगे ADG
राज्य सरकार ने ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश को स्नान संपन्न होने तक प्रयागराज में ही रहने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि माघी पूर्णिमा का स्नान (Mahakumbh Maghi Purnima Snan) भी बसंत पंचमी की तरह सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया जाए।
श्रद्धालुओं के लिए परिवहन व्यवस्था को भी सुव्यवस्थित किया गया है। विभिन्न मार्गों पर भीड़ नियंत्रण के लिए 36 स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था की गई है। जौनपुर, वाराणसी, लखनऊ, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, रायबरेली और अयोध्या की ओर जाने वाले मार्गों पर अलग-अलग जगहों पर पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।