India to host next AI summit प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में फ्रांस में आयोजित एआई शिखर सम्मेलन में भारत में अगली समिट की मेजबानी का प्रस्ताव रखा है। इस समिट का समापन प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की सह-अध्यक्षता में हुआ। भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के सचिव एस कृष्णन ने इसकी पुष्टि की है।
पीएम मोदी ने एआई पर क्या कहा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दुनिया अब एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में प्रवेश कर रही है। उन्होंने एआई के लिए एक वैश्विक नियम बनाने की अपील की, ताकि यह सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से आगे बढ़े।
एआई के लिए वैश्विक सहयोग जरूरी
पीएम मोदी ने कहा कि एआई का सही इस्तेमाल तभी संभव है जब सभी देश मिलकर काम करें। उन्होंने बताया कि देशों के बीच गहरी आपसी निर्भरता है, इसलिए हमें एकजुट होकर जोखिमों का समाधान निकालना होगा और आपसी विश्वास को मजबूत करना होगा।
भारत कैसे कर रहा है एआई का इस्तेमाल
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत पहले से ही एआई का उपयोग कई क्षेत्रों में कर रहा है। उन्होंने खासतौर पर स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा और स्मार्ट सिटी जैसे सेक्टर्स का जिक्र किया, जहां एआई के इस्तेमाल से लोगों को बड़ा फायदा हो सकता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एआई सिर्फ बड़े देशों के लिए नहीं बल्कि ग्लोबल साउथ के विकास में भी अहम भूमिका निभा सकता है।
India में एआई का भविष्य
भारत तेजी से एआई तकनीक को अपना रहा है। सरकार इस दिशा में कई कदम उठा रही है, जिससे न केवल देश में टेक्नोलॉजी का विकास हो बल्कि इसका फायदा आम लोगों तक भी पहुंचे। आने वाले समय में भारत में होने वाली एआई समिट इस दिशा में एक बड़ा कदम होगी, जहां दुनिया के कई बड़े देशों के विशेषज्ञ और नेता हिस्सा लेंगे।
भारत में एआई समिट क्यों अहम
India एआई के विकास में तेजी से आगे बढ़ रहा है।
यह समिट भारत को एआई हब के रूप में स्थापित कर सकती है।
इसमें एआई के नैतिक और सुरक्षित उपयोग पर चर्चा होगी।
एआई का सही दिशा में उपयोग सुनिश्चित करने के लिए एक वैश्विक नियम बनाने पर बातचीत होगी।
भारत A I का नेतृत्व करने को तैयार
भारत अब एआई के क्षेत्र में खुद को मजबूत कर रहा है। फ्रांस में हुई समिट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया को यह संदेश दिया कि भारत एआई में न सिर्फ आगे बढ़ रहा है बल्कि इसका नेतृत्व करने के लिए भी तैयार है। अगले एआई समिट की मेजबानी भारत करेगा, जिससे यह साफ हो गया है कि भारत अब इस तकनीक के भविष्य में अहम भूमिका निभाने जा रहा है।