Baghpat News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार, 12 फरवरी को बागपत पहुंचे जहां उन्होंने विपक्ष पर बिना नाम लिए तीखा हमला बोला। किसान नेता चौधरी अजित सिंह (Baghpat News) की प्रतिमा का अनावरण करने और विभिन्न विकास परियोजनाओं के लोकार्पण/शिलान्यास के दौरान सीएम ने रोजगार और विकास को लेकर भी कई दावे किए। इस मौके पर सीएम ने 351 करोड़ रुपये की 281 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
अखिलेश यादव पर योगी का हमला
सीएम ने कहा कि कुछ लोग विकास की प्रक्रिया को लेकर नाखुश रहते हैं। उन्होंने प्रयागराज में चल रहे कुंभ के बारे में कहा कि वह सुबह 4 बजे से कुंभ की व्यवस्था में लगे थे और अब तक 50 करोड़ लोग कुंभ में स्नान कर चुके होंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने चोरी-छुपे कोरोना का टीका लगवाया और कुंभ में जाकर स्नान किया फिर अब जनता से कह रहे हैं कि वहां मत जाइए।
बेटियां और व्यापारी दोनों सुरक्षित- योगी
सीएम ने आगे कहा कि देश के विकास का रास्ता कृषि से होकर जाता है। पहले जहां पुलिस की भर्ती नहीं होती थी अब विकास के लिए धन की कमी नहीं होगी। इस साल के अंत तक यूपी में 60,000 से ज्यादा पुलिस जवानों की भर्ती की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी में बेटियां और व्यापारी दोनों सुरक्षित हैं।
चौधरी अजित सिंह पर क्या बोले योगी
चौधरी अजित सिंह की याद करते हुए सीएम ने कहा कि वह एक सशक्त किसान नेता थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में समर्पित किया। बागपत के विकास के लिए वह हमेशा चिंतित रहते थे। उन्होंने यह भी कहा कि बागपत का विकास तेज़ी से हो रहा है और यह क्षेत्र ऐतिहासिक महत्व रखता है क्योंकि पांडवों ने 5,000 साल पहले इस इलाके में पांच गांव मांगे थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वह पश्चिम यूपी के समग्र विकास के लिए काम कर रहे हैं।
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यूपी की राजनीति में जाटों का प्रभाव
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट समुदाय की राजनीति में अहम भूमिका रही है, खासकर चौधरी चरण सिंह और उनके परिवार के प्रभाव के चलते। हालांकि 2024 के चुनावों में जाट समुदाय की भाजपा से नाराजगी देखने को मिली जिसका प्रमुख कारण किसान आंदोलन रहा।भारत रत्न देने की घोषणा स्पष्ट रूप से भाजपा की एक रणनीतिक पहल रही जिससे जाट समुदाय के बीच सकारात्मक माहौल बना। चौधरी चरण सिंह की विरासत जो किसानों के अधिकारों और उनके कल्याण से जुड़ी रही है को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने समुदाय के साथ भावनात्मक जुड़ाव स्थापित करने का प्रयास किया।
RLD और BJP का गठबंधन जाट वोटरों पर असर
जयंत चौधरी और उनकी पार्टी RLD का भाजपा के साथ संभावित गठबंधन जाट वोटरों को भाजपा के करीब ला सकता है क्योंकि चौधरी परिवार का समुदाय में गहरा प्रभाव है। हालांकि इस गठजोड़ (Baghpat News) को स्वीकार करने के लिए जाट वोटरों को यह भरोसा होना चाहिए कि उनके हितों की रक्षा की जाएगी। भाजपा के लिए असली चुनौती यह होगी कि वे जाट समुदाय को यह यकीन दिला सकें कि किसान हित उनकी प्राथमिकता में हैं। पिछले अनुभवों के चलते जाट समुदाय सतर्क हो गया है और केवल सतही आश्वासनों से उन्हें विश्वास में लेना आसान नहीं होगा।