Banking update: (RBI) ने न्यू इंडिया को ऑपरेटिव बैंक पर 6 महीने का बैन लगा दिया है। इस फैसले के बाद ग्राहक अपना पैसा नहीं निकाल सकते और बैंक कोई नया लेन-देन नहीं कर सकता। इस खबर के बाद बैंक के ग्राहकों में चिंता बढ़ गई है कि उनकी जमा पूंजी क्या सुरक्षित है या डूब जाएगी।यह पहली बार नहीं है जब आरबीआई ने किसी बैंक पर रोक लगाई है। पहले भी कई बैंकों, जैसे पीएमसी बैंक और यस बैंक पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए थे। अब सवाल यह है कि अगर कोई बैंक दिवालिया हो जाता है या बंद हो जाता है, तो ग्राहकों को कितना पैसा वापस मिलेगा?
अगर बैंक दिवालिया हो जाए तो क्या होगा?
अगर किसी बैंक का लाइसेंस रद्द हो जाता है या बैंक दिवालिया हो जाता है, तो जमाकर्ताओं को अधिकतम 5 लाख रुपये वापस मिल सकते हैं। यह रकम डीआईसीजीसी (Deposit Insurance and Credit Guarantee Corporation) बीमा योजना के तहत सुरक्षित रहती है।
कैसे मिलेगा आपका पैसा
बैंक के बंद होने के बाद डीआईसीजीसी 90 दिनों के अंदर बीमा की गई राशि (5 लाख रुपये तक) ग्राहकों को लौटाती है।
इसमें सेविंग अकाउंट, फिक्स्ड डिपॉजिट (FD), करंट अकाउंट आदि शामिल होते हैं।
अगर आपका पैसा एक ही बैंक की अलग अलग शाखाओं में जमा है, तो भी आपको कुल मिलाकर सिर्फ 5 लाख रुपये ही मिलेंगे।
अलग-अलग बैंकों में पैसा रखें
अगर आपके पास 10 लाख रुपये हैं, तो इसे सिर्फ एक बैंक में न रखें। इसे 2 या 3 अलग अलग बैंकों में बांट दें ताकि सुरक्षा बढ़ जाए।
सार्वजनिक बैंकों को प्राथमिकता दें
एसबीआई (SBI), पीएनबी (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे सरकारी बैंकों में पैसा रखना ज्यादा सुरक्षित माना जाता है।
बड़े निजी बैंकों पर भरोसा करें
एचडीएफसी (HDFC), आईसीआईसीआई (ICICI), कोटक महिंद्रा (Kotak Mahindra) जैसे बड़े प्राइवेट बैंक आमतौर पर सुरक्षित रहते हैं।
किस बैंक में पैसा रखना सबसे सुरक्षित?
अगर आप अपनी जमा पूंजी को पूरी तरह सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो इसे इन बैंकों में रखना सबसे बेहतर रहेगा
राष्ट्रीयकृत बैंक (PSU Banks) एसबीआई, पीएनबी, बैंक ऑफ बड़ौदा जैसे सरकारी बैंक सबसे सुरक्षित माने जाते हैं।
बड़े निजी बैंक (Private Banks) एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस बैंक जैसे बैंक आमतौर पर मजबूत वित्तीय स्थिति में होते हैं।