नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर दिल्ली का विधानसभा चुनाव लड़ा। जनता को पीएम मोदी की गारंटियां पसंद और अरविंद केजरीवाल की सरकार का ‘तख्तापलट’ कर प्रदेश में कमल का फूल खिला दिया। 27 साल के बाद दिल्ली में बीजेपी 48 सीट जीतकर सरकार बनाने जा रहे है। 20 फरवरी को रामलीला मैदान में शपथ गृहण समारोह होगा, जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। वही दिल्ली का ‘कप्तान’ कौन होगा, इसको लेकर मीडिया-सोशल मीडिया में कई नाम सरपट दौड़ रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी दिल्ली में सीएम के साथ एक डिप्टी सीएम बना सकती है। इस रेस में चार नाम आगे बताए जा रहे हैं।
विनोद तावड़े और तरुण चुघ को बनाया गया प्रभारी
27 साल के बाद दिल्ली में कमल का फूल खिला। प्रदेश की जनता ने बीजेपी के पक्ष में मतदान किया। बीजेपी 48 सीटें जीतकर नया कीर्तिमान गढ़ा। 20 फरवरी की सुबह 11 बजे नई सरकार का शपथ गृहण समारोह रामलीला मैदान में होगा। जिसको लेकर तैयारी जोरों पर चल रही हैं। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में बीजेपी विधायक दल की बैठक 19 फरवरी को होगी। बैठक में सीएम के नाम को लेकर चर्चा होगी। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी दिल्ली में सीएम के साथ ही डिप्टी सीएम बना सकती है। वहीं पूरे कार्यक्रम की व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े और तरुण चुघ को प्रभारी नियुक्त किया गया है।
शपथ ग्रहण में ये दिग्गज हस्तयां होंगी शामिल
बीजेपी सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री, एनडीए के नेता, केंद्रीय मंत्री, कॉरपोरेट जगत के उद्योगपति, फिल्म स्टार, क्रिकेट खिलाड़ी, संत और ऋषि भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। सूत्रों ने बताया कि यह समारोह एक भव्य कार्यक्रम होगा, जिसमें दिल्ली के 12,000-16,000 निवासी, विभिन्न देशों के संत, ऋषि और राजनयिक शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि रामलीला मैदान की तरफ जाने वाले सभी रास्ते 19 फरवरी की रात से ही बंद हो जाएंगे। सिर्फ वीवीआईपी गाड़ियों को ही प्रवेश मिलेगा।
प्रवेश वर्मा रेस में आगे
दिल्ली के सीएम की रेस में प्रवेश वर्मा का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। बीजेपी ने प्रवेश वर्मा को नई दिल्ली सीट से आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव के मैदान में उतारा था। प्रवेश वर्मा ने केजरीवाल को चुनाव में हराकर एक प्रमुख व्यक्ति बन गए। जानकार बताते हैं कि प्रवेश वर्मा जाट समाज से आते हैं। दिल्ली की 10 में से 10 जाट बाहूल्य सीटें बीजेपी ने जीती हैं। प्रवेश वर्मा अब तक जितने भी चुनाव लड़े, उन सभी में जीत दर्ज की है। प्रवेश वर्मा के पिता भी दिल्ली के सीएम रह चुके हैं और उनकी गिनती बीजेपी के कद्दावर नेताओं में हुआ करती थी।
अरविंद हारे बल्कि उनके तमाम विधायक भी हारे
2020 के चुनावों में अरविंद केजरीवाल जब भी किसी बीजेपी नेता को दिल्ली के मामले में बहस के लिए चैलेंज करते थे तो गृहमंत्री के सामने उनके मुकाबले के लिए मनोज तिवारी के बजाए प्रवेश वर्मा ही नजर आते। इतना ही नहीं प्रवेश वर्मा आगे बढ़कर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ने के इच्छा जाहिर की। जाहिर है कि गृहमंत्री अमित शाह का इस मामले में उन्हें सपोर्ट था। प्रवेश वर्मा ने कठिन मेहनत करके अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली से बाहर नहीं निकलने दिया। इसका नतीजा रहा कि न केवल अरविंद हारे बल्कि उनके तमाम विधायक भी हारे।
प्रवेश वर्मा और अमित शाह की मुलाकात
नैतिक रूप से देखा जाए तो दिल्ली का सीएम बनने का पहला अधिकार प्रवेश वर्मा के पास ही है। चुनाव जीतने के तुरंत बाद प्रवेश वर्मा और अमित शाह की मुलाकात ने इस संभावना को और बल दिया। दूसरे बीजेपी के लिए प्रवेश वर्मा भविष्य में फायदेमंद भी साबित हो सकते हैं। क्योंकि हरियाणा , पश्चिमी यूपी और राजस्थान में जाटों को संदेश देने में वो काम आएंगे। इसके साथ ही प्रवेश वर्मा को सीएम न बनाने पर जाटों को यह संदेश जाएगा कि बीजेपी वास्तव में उनकी पार्टी नहीं है।
आशीष सूद भी रेस में बरकरार
दिल्ली सीएम की रेस में आशीष सूद का नाम भी आगे बताया जा रहस है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपनी राजनीति शुरू करने वाले आशीष सूद की आरएसएस से नजदीकियों के चलते राजनीतिक गलियारों में उनके नाम की सबसे अधिक चर्चा है। उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा के महासचिव के रूप में काम किया, बाद में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बने। 2008 में उन्हें दिल्ली बीजेपी का सचिव बनाया गया और फिर महासचिव बने। इसके बाद वे एसडीएमसी के पार्षद भी रहे।
लंबे समय से संगठन में सक्रिय
इंडियन एक्सप्रेस अपने सूत्रों के आधार पर लिखता है कि आशीष सूद पक्ष में यह बात जाती है कि वे दिल्ली बीजेपी के प्रमुख पंजाबी भाषी नेताओं में से एक हैं। वे लंबे समय से संगठन में सक्रिय हैं। वे बीजेपी के गोवा प्रभारी और जम्मू-कश्मीर के सह-प्रभारी भी रहे हैं। सूद को नड्डा और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का भी करीबी माना जाता है। सूद ने इस चुनाव में जनकपुरी सीट से लगभग 19,000 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। बीजेपी ने 2025 के विधानसभा चुनाव में पंजाबी बाहूल्य 19 सीटों में से 18 पर जीत दर्ज की है।
रेस में रेखा गुप्ता का नाम
भारतीय जनता पार्टी किसी महिला को मुख्यमंत्री बनाकर एक तीर से कई निशाने भी लगा सकती है। सूत्रों की मानें सीएम की रेस में रेखा गुप्ता का नाम आगे चल रहा है। सूत्र बताते हैं कि अगर प्रवेश वर्मा, आषीश सूद में से एक सीएम बनता है तो रेखा गुप्ता को बीजेपी डिप्टी सीएम बना सकती है। रेखा गुप्ता वैश्य समाज से आती हैं और वो आरएसएस से जुड़ी रही हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत संघ के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से की थी और 1990 के दशक के अंत में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष बनी थीं।
शिखा रॉय भी रेस में
ग्रेटर कैलाश से दो बार बीजेपी की पार्षद रह चुकीं शिखा रॉय भी मुख्यमंत्री के साथ ही डिप्टी सीएम पद की रेस में हैं। 2011 में कर्फ्यू के दौरान उन्होंने श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने के बाद सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने 2015 में कस्तूरबा नगर और 2020 में ग्रेटर कैलाश से विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन हार गई थीं। वे एसडीएमसी की स्थायी समिति की अध्यक्ष और सदन की नेता रह चुकी हैं। इसके अलावा, वे दिल्ली बीजेपी की सचिव, महासचिव और उपाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण संगठनात्मक पदों पर भी रही हैं।
इनका भी नाम चल रहा रेस में
हालांकि इन नामों के अलावा और भी कई नाम रेस में हैं। पूर्व दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष सतीश उपाध्याय भी मुख्यमंत्री पद के संभावित दावेदारों में आगे चल रहे हैं। वे नई दिल्ली नगर परिषद के उपाध्यक्ष रह चुके हैं और दिल्ली बीजेपी के उपाध्यक्ष एवं एसडीएमसी की स्थायी समिति के अध्यक्ष सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं। इसके अलावा बीजेपी के सीनियर नेता मनजिंदर सिंह सिरसा के नाम की भी चर्चा सीएम पद की रेस में है। उन्हें पार्टी ने राजौरी गार्डन से उम्मीदवार बनाया था। जहां उन्होंने 1800 वोटों से आम आदमी पार्टी की धनवती चन्दीला को हराया। राजौरी गार्डन पंजाबी बहुल सीट है।