Suicide Case: हाल ही में कुछ ऐसे हादसे सुनाई दिए है जो हमें यह समझने का मौका देते हैं कि बच्चों और युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना कितना जरूरी है। हमें उनके साथ सहानुभूति से पेश आना चाहिए और उनके दबाव को समझना चाहिए।
हैदराबाद में 14 वर्षीय छात्र की आत्महत्या
हैदराबाद में एक 14 साल के छात्र ने आत्महत्या कर ली, और इसके पीछे आरोप है कि शिक्षक ने कक्षा में उसके साथ बहुत सख्ती से पेश आए। छात्र को थप्पड़ मारा गया और उसे सबके सामने फटकार भी लगी। इस तनाव को सहन नहीं करते हुए उसने चौथी मंजिल से कूदकर अपनी जान ले ली। छात्र ने अपनी मां से एक सुसाइड नोट में माफी भी मांगी, जिससे यह साफ है कि वह मानसिक दबाव में था। इस मामले की जांच पुलिस कर रही है।
ओडिशा में नेपाली छात्रा की आत्महत्या
ओडिशा के कीट विश्वविद्यालय में एक और दुखद घटना घटी, जहां 20 साल की नेपाली छात्रा ने आत्महत्या कर ली। इस छात्रा को एक अन्य छात्र द्वारा लगातार उत्पीड़न और ब्लैकमेल किया जा रहा था। पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया है। यह घटना भी यह दिखाती है कि मानसिक उत्पीड़न किसी के लिए भी खतरनाक हो सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए
इन घटनाओं से यह समझ में आता है कि बच्चों और युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर हमें गंभीरता से विचार करना चाहिए। समाज, स्कूल और परिवार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर बच्चा और युवा अपनी समस्याएँ बिना किसी डर के साझा कर सके। अगर आप या कोई जानने वाला मानसिक तनाव का सामना कर रहा है, तो हेल्पलाइन पर संपर्क करें और मदद लें।