Brand promotion प्रयागराज में होने वाला महाकुंभ 2025 सिर्फ आध्यात्मिक नहीं, बल्कि आर्थिक दृष्टि से भी बड़ा आयोजन साबित हो रहा है। इस अवसर का लाभ उठाने के लिए देश-विदेश की कई बड़ी कंपनियों ने अपने ब्रांड की पहचान को मजबूत करने में भारी निवेश किया है।
महाकुंभ में कंपनियों का निवेश
ब्रांडिंग और मार्केटिंग विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार महाकुंभ के दौरान अलग-अलग कंपनियों ने विज्ञापन और प्रचार पर लगभग 3,600 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इस बजट का बड़ा हिस्सा आउटडोर विज्ञापन पर खर्च हुआ है, जिसमें होर्डिंग्स, बैनर और डिजिटल डिस्प्ले शामिल हैं।
बड़े ब्रांड्स की भागीदारी
इस महाकुंभ में कई जानी-मानी एफएमसीजी कंपनियां सक्रिय रूप से शामिल हुईं। डाबर, रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, पेप्सिको, कोका-कोला और आईटीसी जैसी बड़ी कंपनियों ने इस आयोजन को अपनी ब्रांड पहचान को और मजबूत करने का बड़ा मौका माना। इन कंपनियों ने न केवल अपने उत्पादों को प्रमोट किया, बल्कि लाखों श्रद्धालुओं तक पहुंच बनाने के लिए नई रणनीतियाँ भी अपनाईं।
कैसे हुई ब्रांडिंग और प्रचार
महाकुंभ के दौरान कंपनियों ने प्रचार के लिए कई अनोखे तरीके अपनाए,
बड़े-बड़े होर्डिंग्स और बैनर कंपनियों ने मुख्य मार्गों, घाटों और पंडालों के पास अपने विज्ञापन लगाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इन्हें देख सकें।
श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएँ, कुछ कंपनियों ने मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, ठंडे पानी की मशीनें और बैठने के लिए आरामदायक स्थान बनाए, जिससे लोगों को सहूलियत मिली और कंपनियों को ब्रांड प्रमोशन का फायदा हुआ।
नए उत्पादों की लॉन्चिंग, कई कंपनियों ने महाकुंभ के मौके को अपने नए प्रोडक्ट लॉन्च के लिए चुना, ताकि वे लाखों लोगों तक सीधे पहुँच बना सकें।
कंपनियों का उद्देश्य
कंपनियों ने इस आयोजन को व्यापार बढ़ाने का सुनहरा अवसर माना। करोड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए, ब्रांड्स ने अपने उत्पादों की दृश्यता बढ़ाने और संभावित ग्राहकों तक पहुंचने के लिए यह निवेश किया।
महाकुंभ 2025 केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि बड़ी कंपनियों के लिए एक मार्केटिंग हब भी बन गया है। ब्रांडिंग और प्रचार में किए गए 3,600 करोड़ रुपये के निवेश से कंपनियों को करोड़ों उपभोक्ताओं तक पहुंचने का बेहतरीन मौका मिला।