2500 किसानों को मिलेगा लाभ
इस महत्वपूर्ण परियोजना के शुभारंभ में शामिल हुई राजकुमारी एस्ट्रिड के साथ 70 से अधिक लोगों का प्रतिनिधिमंडल भी इस कार्यक्रम में मौजूद था। इस संयंत्र के जरिए 2500 से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा, जो कंपनी के साथ अनुबंध पर आलू की खेती करेंगे। इससे किसानों को स्थायी रोजगार मिलने के साथ ही उनकी आय में भी वृद्धि होगी, जो क्षेत्रीय कृषि के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित होगा।
बेल्जियम-भारत व्यापार सहयोग को मिलेगा बढ़ावा
फ्रेंच फ्राइज़ निर्माण का यह संयंत्र बेल्जियम और भारत के बीच व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करेगा। बेल्जियम की प्रमुख कंपनी एग्रिस्टो मास्सा प्राइवेट लिमिटेड अब भारतीय वेब ग्रुप के साथ साझेदारी में काम कर रही है। इसके तहत इस प्लांट में आलू से बने विभिन्न उत्पाद बनाए जाएंगे, जिनमें मुख्य रूप से डिहाइड्रेटेड आलू के गुच्छे और फ्रोजन आलू फ्राई शामिल हैं। इन उत्पादों को विदेशों में भी निर्यात किया जाएगा, जिससे न केवल भारतीय किसानों को लाभ होगा, बल्कि विदेशों में भारतीय उत्पादों की पहचान भी बढ़ेगी।
750 करोड़ रुपये का निवेश
बेल्जियम और वेब ग्रुप की साझेदारी में 750 करोड़ रुपये के निवेश से यह परियोजना शुरू की गई है। इस इकाई की आधारशिला रखते हुए राजकुमारी एस्ट्रिड ने इस निवेश के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस तरह के निवेश से न केवल स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे, बल्कि कृषि क्षेत्र में आधुनिक तकनीक का भी उपयोग होगा, जिससे किसानों की उत्पादकता में सुधार होगा और उन्हें वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनने में मदद मिलेगी।
ये भी पढ़े: यूपी में क्यों अटकी 70 जिला अध्यक्षों की लिस्ट, कहां फंसा है पेंच?
स्थानीय समुदाय के लिए विकास की नई दिशा
इस इकाई की स्थापना से स्थानीय समुदाय को स्थायी रोजगार मिलेगा और क्षेत्र की कृषि व्यवस्था में नया बदलाव आएगा। कंपनी का उद्देश्य न केवल किसानों को बेहतर मूल्य दिलाना है, बल्कि उन्हें आधुनिक कृषि पद्धतियों से भी अवगत कराना है, ताकि उनकी खेती की उपज बढ़े और वे अपने उत्पादों को बाजार में बेहतर तरीके से बेच सकें।
पुलिस और प्रशासन तैनात
शिलान्यास समारोह के दौरान (बिजनौर न्यूज़) कार्यक्रम स्थल पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी तैनात किए गए थे, ताकि कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। राजकुमारी एस्ट्रिड की मौजूदगी ने इस परियोजना को और भी महत्वपूर्ण बना दिया, और यह बेल्जियम-भारत व्यापारिक संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
ये भी पढ़े: माणा हादसे में तीसरे दिन भी जारी रेस्क्यू ऑपरेशन, 4 लापता मजदूरों को खोजने में जुटी टीम