नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की टीम ने सोमवार की रात कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की एक्टर रान्या राव को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गोल्ड की तस्करी के आरोप में अरेस्ट कर लिया। डीआरआई की टीम ने अभिनेत्री के पास से 14.8 किलोग्राम सोना बरामद किया था। रान्या राव दुबई से बेंगलुरु आई थीं। वह कर्नाटक पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के डीजीपी रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं। तस्करी के आरोप में राजस्व खुफिया निदेशालय ने अभिनेत्री को आर्थिक अपराध न्यायालय में पेश किया गयाख् जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
कौन हैं अभिनेत्री रान्या राव
जानकारी के मुताबिक, अभिनेत्री रान्या राव वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं। रामचंद्र राव वर्तमान में कर्नाटक राज्य पुलिस आवास निगम के पुलिस महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं। पुलिस अधिकारी की पहली पत्नी की मृत्यु हो गई थी और उसने एक ऐसी महिला से शादी की थी जिसकी पहली शादी से दो बेटियां थीं। रान्या उनमें से एक हैं। 33 वर्षीय अभिनेत्री रान्या राव ने बेंगलुरु में दयानंद सागर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। साल 2014 में राव ने कन्नड़ फिल्म माणिक्य से अपने अभिनय की शुरुआत की। अभिनेत्री ने फिल्म ‘वाघा’ और ‘पटकी’ फिल्म में भी काम किया।
रात को डीआरआई ने किया अरेस्ट
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रान्या राव खाड़ी देशों की अक्सर छोटी यात्राएं करती थीं। जिसके कारण वह डीआरआई के रडार पर आ गई। डीआरआई की सटीक जानकारी मिली थी कि अभिनेत्री रान्या राव दुबई से बेंगलुरू आ रही हैं। रान्या राव अपने साथ भारी मात्रा में गोल्ड ला रही हैं। डीआरआई के अधिकारियों ने ऑपरेशन लांच किया। सोमवार की रात जैसे ही विमान लैंड किया, वैसे ही अभिनेत्री रान्या राव को डीआरआई ने गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लेने पर रान्या राव के पास से सोना मिला। डीआरआई की टीम उन्हें हिरासत में लेकर थाने पहुंची। एफआईआर दर्ज करवाने के बाद न्यायालय के सामने पेश किया। कोर्ट ने अभिनेत्री को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेजा।
कपड़ों में छिपाकर लाई थीं सोना
डीआरआई ने पाया कि वह पिछले 15 दिनों में चार बार दुबई की यात्रा कर चुकी हैं, जिसके बाद एजेंसी ने उनकी गतिविधियों पर नजर रखना शुरू कर दिया। धिकारियों ने जब यह देखा कि उन्होंने महज 15 दिनों में चार बार दुबई की यात्रा की तो शक गहराने लगा। इसके बाद उनके खिलाफ विशेष अभियान चलाया गया। इसी वजह से टीम ने उनकी गिरफ्तारी के लिए हवाई अड्डे पर पहले से ही इंतजाम कर लिया था। जैसे ही उनकी फ्लाइट शाम 7 बजे लैंड हुई उन्हें हिरासत में ले लिया गया। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि रान्या राव बड़ी चालाकी से सोना भारत ला रही थीं। उन्होंने कुछ हिस्सा गहनों के रूप में पहना था। जबकि बाकी सोने को अपने कपड़ों में छिपाकर लाई थीं।
असली वजह भी खंगाली जा रही
शुरुआती जांच में यह भी संदेह जताया जा रहा है कि रान्या राव ने अपनी ऊंची पहुंच का फायदा उठाकर कस्टम चेकिंग को भी बायपास किया था। हालांकि उनकी गिरफ्तारी के बाद यह पूरा नेटवर्क अब जांच के दायरे में आ गया है। जब अधिकारियों ने रान्या से पूछताछ की तो उन्होंने दावा किया कि वह दुबई सिर्फ व्यापारिक उद्देश्यों से जा रही थीं, लेकिन 14.8 किलो सोने की बरामदगी ने इस दावे पर सवाल खड़ा कर दिया। डीआरआई अधिकारियों के अनुसार इस मामले की गहन जांच जारी है। यह पता लगाया जा रहा है कि रान्या राव इस तस्करी नेटवर्क में अकेली थीं या फिर कोई बड़ा गिरोह इस पूरे रैकेट को चला रहा था। उनकी बार-बार की दुबई यात्राओं के पीछे की असली वजह भी खंगाली जा रही है।