Mahakumbh 2025: विश्व प्रसिद्ध प्रयागराज महाकुंभ का समापन हो चुका है। इस भव्य आयोजन के दौरान सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्थाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए थे। महाकुंभ क्षेत्र को एक अलग जिला घोषित किया गया था जिसके तहत 56 अस्थाई पुलिस थाने और 155 पुलिस चौकियां स्थापित की गई थीं। इसका उद्देश्य मेले के दौरान होने वाली किसी भी घटना या अपराध को त्वरित रूप से दर्ज करना और जांच की प्रक्रिया को सुगम बनाना था।
45 दिन में 450 से अधिक मुकदमे दर्ज
महाकुंभ (Mahakumbh 2025) मेले के 45 दिनों के दौरान कुल 450 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए। अब इन मामलों को प्रयागराज के स्थायी पुलिस थानों में स्थानांतरित किया जा रहा है। इसमें दारागंज, झूंसी, कीडगंज और नैनी पुलिस कमिश्नरेट थाना प्रमुख रूप से शामिल हैं। पुलिस कमिश्नर ने इन थानों को निर्देश दिए हैं कि सभी मामलों की विवेचना जल्द से जल्द पूरी की जाए। हालांकि यह काम चुनौतीपूर्ण रहेगा क्योंकि मेले में तैनात पुलिसकर्मी अब अपने मूल तैनाती वाले जिलों में लौट चुके हैं। ऐसे में इन मामलों की जांच की पूरी जिम्मेदारी स्थायी पुलिस थानों के अधिकारियों पर आ गई है।
सोशल मीडिया पर 173 FIR.. अब तक 4 गिरफ्तारियां
महाकुंभ (Mahakumbh 2025) के दौरान सोशल मीडिया पर कई वीडियो और फोटो वायरल हुए जिनमें से कई फर्जी वीडियो और अफवाह फैलाने वाले पोस्ट थे। पुलिस ने इस पर सख्त कार्रवाई करते हुए 173 सोशल मीडिया अकाउंट्स पर FIR दर्ज की। इन मामलों में अब तक केवल एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिसे निजी मुचलके पर जमानत मिल गई। वहीं अहमदाबाद की क्राइम ब्रांच ने तीन और आरोपियों को पकड़ा था जिनमें दो महाराष्ट्र और एक प्रयागराज का निवासी है।
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कैसे होगा 450 मुकदमों का निपटाना
महाकुंभ क्षेत्र में दर्ज किए गए मामलों की जांच और निपटारे की प्रक्रिया आसान नहीं होगी। पुलिस कर्मियों के स्थानांतरण और केस ट्रांसफर की वजह से स्थायी थानों के अधिकारियों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है। अब देखना होगा कि प्रशासन इन मामलों को कितनी जल्दी और प्रभावी तरीके से सुलझा पाता है। महाकुंभ 2025 के दौरान करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई। सुरक्षा और प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था के चलते कोई बड़ी घटना नहीं हुई हालांकि सोशल मीडिया पर फैलाई गई अफवाहों और कुछ अन्य मामलों में पुलिस को कार्रवाई करनी पड़ी। अब मेले से जुड़े लंबित मामलों के निपटारे की चुनौती पुलिस के सामने है।