Mysterious temples of India भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जिनका रहस्य आज तक नहीं सुलझ पाया है। चाहे वह गढ़मुक्तेश्वर का गंगा मंदिर हो या बक्सर का त्रिपुर सुंदरी मंदिर, या फिर टिटलागढ़ का शिव मंदिर और कांगड़ा का भैरव मंदिर। इन मंदिरों से जुड़े रहस्यों को समझने की कई बार कोशिश की गई, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। शोधकर्ताओं ने जब इन मंदिरों के रहस्यों को जानने की कोशिश की, तो अंत में उन्हें अपने शोध कार्य को रोकना पड़ा। आइए जानते हैं इन मंदिरों के पीछे छिपे रहस्यमयी घटनाओं के बारे में।
गढ़मुक्तेश्वर का गंगा मंदिर ,जहां शिवलिंग पर उगती है कली
उत्तर प्रदेश के गढ़मुक्तेश्वर में स्थित गंगा मंदिर एक बहुत ही रहस्यमयी मंदिर है। इस मंदिर में स्थित शिवलिंग पर हर साल एक कली उगती है, और जब यह कली फूटती है तो शिव और अन्य देवी-देवताओं की आकृतियां उभर आती हैं।
इस चमत्कार को समझने के लिए कई शोध किए गए, लेकिन कोई भी यह पता नहीं लगा पाया कि आखिर ऐसा क्यों होता है। इतना ही नहीं, मंदिर की सीढ़ियों पर अगर कोई पत्थर फेंके तो पानी में गिरने की आवाज आती है, जबकि वहां पानी नजर नहीं आता। यह रहस्य आज भी एक अनसुलझी पहेली बना हुआ है।
बक्सर का त्रिपुर सुंदरी मंदिर ,जहां आधी रात को आती हैं आवाजें
बिहार के बक्सर जिले में स्थित त्रिपुर सुंदरी मंदिर भी अपनी रहस्यमयी घटनाओं के लिए मशहूर है। कहा जाता है कि यह मंदिर करीब 400 साल पुराना है, और इसकी स्थापना भवानी मिश्र नाम के तांत्रिक ने की थी।
मंदिर में जाते ही एक अलग शक्ति का एहसास होता है, लेकिन रात के समय मंदिर से अजीबोगरीब आवाजें सुनाई देती हैं। कहा जाता है कि यह आवाजें माता की मूर्तियों के आपस में बात करने से आती हैं। आसपास रहने वाले लोग भी इन आवाजों को साफ-साफ सुन सकते हैं।
कई पुरातत्वविदों ने इन आवाजों के पीछे का कारण जानने की कोशिश की, लेकिन कोई भी स्पष्ट नतीजे तक नहीं पहुंच सका। अंत में, उन्होंने भी यह मान लिया कि इस मंदिर में कुछ तो ऐसा है जो वैज्ञानिक समझ से परे है।
टिटलागढ़ का शिव मंदिर ,जहां भयंकर गर्मी में भी रहती है AC जैसी ठंडक
उड़ीसा के टिटलागढ़ को सबसे गर्म जगहों में से एक माना जाता है। यहां स्थित कुम्हरा पर्वत पर बना शिव मंदिर एक अनोखा रहस्य समेटे हुए है।
इस मंदिर के चारों ओर तेज गर्मी पड़ती है, चट्टानें तपती हैं और बाहर खड़ा रहना मुश्किल हो जाता है। लेकिन जैसे ही कोई मंदिर के अंदर प्रवेश करता है, उसे AC जैसी ठंडी हवा महसूस होती है।
यह ठंडक सिर्फ मंदिर के अंदर ही रहती है, बाहर आते ही फिर से भयंकर गर्मी महसूस होने लगती है। वैज्ञानिक आज तक इस बात का पता नहीं लगा पाए कि यह मंदिर अंदर से इतना ठंडा क्यों रहता है।
कांगड़ा का भैरव मंदिर, जहां मूर्ति से बहते हैं आंसू
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में स्थित बाजेश्वरी देवी मंदिर के परिसर में एक भैरव बाबा की अनोखी मूर्ति है। कहा जाता है कि अगर आसपास कोई संकट आने वाला होता है, तो इस मूर्ति की आंखों से आंसू बहने लगते हैं।
स्थानीय लोग मूर्ति के आंसू बहने को किसी अनहोनी का संकेत मानते हैं। पुजारी बताते हैं कि जब भी मूर्ति से आंसू गिरते हैं, तो वह विशेष पूजा करवाते हैं।
इस घटना का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं मिल पाया है, लेकिन आज भी यह मूर्ति रहस्यमयी बनी हुई है।
ऐरावतेश्वर मंदिर ,जहां सीढ़ियां बजाती हैं संगीत
तमिलनाडु में स्थित ऐरावतेश्वर मंदिर को 12वीं शताब्दी में चोल राजाओं ने बनवाया था। इस मंदिर की सबसे अनोखी बात यह है कि इसकी सीढ़ियां संगीत बजाती हैं।
अगर कोई इन सीढ़ियों पर थोड़ा जोर से कदम रखे, तो अलग-अलग संगीत की ध्वनियां सुनाई देती हैं।
इसका रहस्य आज तक कोई नहीं जान पाया। हालांकि, इसे एक अद्भुत वास्तुकला का नमूना माना जाता है। इस मंदिर को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है ,news1india इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है. यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें।