Mainpuri murder case: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में अदालत ने बुधवार को एक चौंकाने वाला फैसला सुनाया। Mainpuri अदालत ने हत्या के एक मामले में महिला और उसके प्रेमी को फांसी की सजा दी है। यह मामला करहल थाना क्षेत्र के ग्राम नानामई का है, जहां 5 मई 2024 को नरेंद्र कुमार नाम के युवक की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। हत्या की साजिश रचने वाली महिला का नाम मनु देवी है, जिसने अपने प्रेमी अभय उर्फ भूरा के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। मनु देवी ने पुराने प्रेमी नरेंद्र को बर्थ-डे पार्टी के बहाने बुलाकर मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद शव को तालाब के किनारे फेंक दिया गया था।
पुराने प्रेमी का खात्मा
मनु देवी ने राउरी चमारपुरा निवासी नरेंद्र कुमार को बर्थ-डे पार्टी का बहाना बनाकर बुलाया था। नरेंद्र एक संपन्न परिवार से था और शादीशुदा था। करीब 4 साल पहले मनु ने नरेंद्र को अपने प्रेम जाल में फंसाया था। दोनों के बीच पैसे के लेन-देन का सिलसिला भी चलता रहा। लेकिन जब मनु के नए प्रेमी अभय को इस संबंध का पता चला, तो उसने बौखलाहट में हत्या की साजिश रच डाली।
5 मई की रात को दोनों ने मिलकर नरेंद्र को बेल्टों से पीटा और उसकी हत्या कर दी। शव को 6 मई को नानामई के पास तालाब के किनारे फेंक दिया। पुलिस को शव मिलने पर घटना की जानकारी हुई। शव पर गंभीर चोटों के निशान थे, जिससे हत्या की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत का कारण पिटाई से हुई गंभीर चोटें पाई गईं।
ब्लैकमेलिंग का खुलासा
Mainpuri पुलिस ने मामले की गहन जांच के दौरान मनु देवी के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया। तब पता चला कि वह न केवल नरेंद्र बल्कि कई अन्य पुरुषों से भी संपर्क में थी। मनु देवी अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करती थी। जांच में एक वीडियो मिला, जिसमें नरेंद्र उसे पीट रहा था। पुलिस ने कड़ी पूछताछ के बाद मनु और अभय को गिरफ्तार कर लिया।
अदालत का कड़ा फैसला
नरेंद्र के बेटे की शिकायत पर Mainpuri पुलिस ने मनु और अभय के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। अदालत में पेश सबूतों और गवाहों के आधार पर दोनों को दोषी ठहराया गया। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि यह हत्या न सिर्फ सोची-समझी साजिश थी, बल्कि समाज में एक खौफनाक संदेश देने वाली थी। इसीलिए दोनों को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई।
इस फैसले से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। लोग न्यायालय के इस कड़े फैसले का स्वागत कर रहे हैं और इसे न्याय की जीत मान रहे हैं।