UP youth skills performance इंडिया स्किल्स रिपोर्ट 2025 में उत्तर प्रदेश के युवाओं ने अपने हुनर का दमखम पूरे देश में दिखाया है। रिपोर्ट के मुताबिक यूपी के 18 से 25 साल के लगभग 80 फीसदी युवा गणित और कंप्यूटर स्किल्स में देशभर में सबसे आगे हैं। यही नहीं, आलोचनात्मक सोच यानी ‘क्रिटिकल थिंकिंग’ में भी यूपी के युवाओं ने पहला स्थान हासिल किया है।
हालांकि, अंग्रेज़ी के मामले में यूपी को तीसरा स्थान मिला है। इस लिस्ट में महाराष्ट्र सबसे ऊपर है और कर्नाटक दूसरे नंबर पर है।
गणित और कंप्यूटर में यूपी सबसे तेज
रिपोर्ट में बताया गया कि गणितीय क्षमता में उत्तर प्रदेश ने आंध्र प्रदेश को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया है। इस लिस्ट में मध्य प्रदेश तीसरे, पंजाब चौथे और तेलंगाना पांचवें स्थान पर है। वहीं कंप्यूटर स्किल्स के मामले में भी यूपी टॉप पर रहा है। इसका मतलब है कि उत्तर प्रदेश के युवा डिजिटल दुनिया में भी पूरी तरह से दक्ष होते जा रहे हैं।
क्रिटिकल थिंकिंग में भी यूपी आगे
आज के समय में केवल किताबी ज्ञान ही काफी नहीं है, बल्कि सोचने-समझने और फैसले लेने की क्षमता भी बेहद जरूरी है। इस रिपोर्ट में यूपी के युवा ‘क्रिटिकल थिंकिंग’ में भी सबसे आगे पाए गए हैं। दूसरे नंबर पर राजस्थान और तीसरे स्थान पर मध्य प्रदेश है।
अंग्रेजी में महाराष्ट्र सबसे आगे
जहां तक अंग्रेज़ी भाषा की समझ और उपयोग की बात है, उसमें महाराष्ट्र नंबर वन है। कर्नाटक दूसरे और यूपी तीसरे नंबर पर है। हालांकि, यूपी की प्रगति इस दिशा में भी काफी सराहनीय मानी जा रही है।
इंटर्नशिप और नौकरी में भी यूपी युवाओं की पसंद
रिपोर्ट के अनुसार, इंटर्नशिप के लिए तमिलनाडु के बाद सबसे ज्यादा युवाओं ने उत्तर प्रदेश को चुना है। इसका मतलब है कि प्रदेश में काम करने और सीखने के अच्छे मौके मिल रहे हैं।
नौकरी के अवसरों में यूपी छठे स्थान पर
हालांकि, रोजगार देने के मामले में उत्तर प्रदेश को छठा स्थान मिला है। इस लिस्ट में महाराष्ट्र पहले, दिल्ली दूसरे और कर्नाटक तीसरे नंबर पर है। चौथे पर आंध्र प्रदेश और पांचवें पर केरल हैं। यूपी ने गुजरात, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों को पीछे छोड़ते हुए अपनी खास जगह बनाई है।
लखनऊ भी बन रहा है नया हब
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि देश के जिन शहरों में सबसे ज्यादा रोजगार के मौके मिल रहे हैं, उनमें लखनऊ भी शामिल हो गया है। पुणे, बंगलौर, मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, त्रिशूर और गुंटूर जैसे बड़े शहरों के साथ लखनऊ का नाम आना इस बात का सबूत है कि उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है।