Baba Nagar Sen Temple in Firozabad अंडों से चढ़ती है श्रद्धा की भेंट,उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के बिलहना गांव में एक ऐसा मंदिर है जिसकी परंपराएं सुनकर हर कोई चौंक जाता है। आमतौर पर मंदिरों में फूल, माला या मिठाई चढ़ाई जाती है, लेकिन इस मंदिर में भक्त कच्चे अंडे चढ़ाकर बाबा से मन्नतें मांगते हैं। यह मंदिर खासतौर पर संतान प्राप्ति और बच्चों की अच्छी सेहत के लिए जाना जाता है। यहां की परंपराएं सैकड़ों साल पुरानी हैं, जो आज भी उसी श्रद्धा से निभाई जाती हैं।
अंडे से पूरी होती हैं मन्नतें
बाबा नगर सेन मंदिर में अंडे चढ़ाने की यह परंपरा कोई नई नहीं, बल्कि बहुत पुरानी है। यहां श्रद्धालु बाबा की मूर्ति या मंदिर की दीवारों पर अंडे फेंकते हैं और मन्नतें मांगते हैं। मान्यता है कि इससे बच्चों को होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिलता है और जिन महिलाओं को संतान नहीं होती, उन्हें संतान सुख मिलता है। पुजारी जगन्नाथ दिवाकर बताते हैं कि यह परंपरा उनके दादा-परदादा के समय से चली आ रही है।
वैशाख में लगता है भव्य मेला
हर साल वैशाख महीने की अष्टमी से मंदिर में तीन दिन का बड़ा मेला लगता है। इस मेले में न सिर्फ फिरोजाबाद, बल्कि आसपास के राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, दिल्ली और उत्तराखंड से भी हज़ारों भक्त आते हैं। मेले में लोग हलवा, पूड़ी, लड्डू और अंडों का भोग चढ़ाते हैं। कई लोग अपने बच्चों का मुंडन संस्कार भी यहीं कराते हैं।
बच्चों की सेहत और संतान सुख के लिए दरबार में हाजिरी
यह मंदिर खासतौर पर महिलाओं की आस्था का केंद्र है। जो महिलाएं संतान की इच्छा रखती हैं या अपने बच्चों की सेहत को लेकर चिंतित होती हैं, वे यहां जरूर आती हैं। मान्यता है कि बाबा नगर सेन की कृपा से बच्चों की तबीयत जल्दी ठीक हो जाती है, खासकर दस्त जैसी बीमारियों में राहत मिलती है।
पीढ़ियों से चली आ रही श्रद्धा की डोर
स्थानीय लोग बताते हैं कि यह परंपरा उनके पूर्वजों से चली आ रही है। आशीष वर्मा कहते हैं, “हमारे बुजुर्ग बताते थे कि अंडा चढ़ाने से बच्चों की लंबी उम्र होती है। हम भी वही करते आ रहे हैं।” वहीं सूरज नाम के एक श्रद्धालु ने बताया कि वो अपने बच्चे की सलामती के लिए यहां आए हैं।
करीब 150 साल पुराना मंदिर
फिरोजाबाद के मटसेना रोड पर स्थित यह मंदिर करीब 150 साल पुराना है, जिसे दिवाकर समाज ने बनवाया था। पुजारी विनोद कुमार कहते हैं कि “हर साल हज़ारों लोग यहां मुराद लेकर आते हैं और बाबा की कृपा से खुश होकर अंडों और अन्य प्रसाद का भोग चढ़ाते हैं।”
आस्था का अनोखा संगम
बाबा नगर सेन मंदिर की खास बात यह है कि यहां किसी तरह का भेदभाव नहीं है। हर कोई अपने तरीके से अंडा, हलवा, पूड़ी चढ़ाकर मन्नत मांगता है। यहां सैयद बाबा की भी पूजा होती है, जिन्हें अंडे चढ़ाने की विशेष परंपरा है। यह मंदिर न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी संदेश देता है।
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