Jammu News: जम्मू से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां जर्जर बिजली के तार किसानों के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है। बीते सोमवार को बिजली के तारों से निकली चिंगारियों ने किसानों की 400 कनाल जमीन पर लगी गेहूं की फसल को जलाकर राख कर दिया। जम्मू में किसानों को हर साल खराब बिजली ढांचे का खामियाजा भुगतना पड़ता है। इस साल भी खेतों के ऊपर से गुजर रहे इन बिजली के तारों से निकली चिंगारियों ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। बता दें, सोमवार को दोपहर होते ही खेतों में आग लगनी शुरू हो गई, जो शाम करीब 5 बजे तक जारी रही। इन सभी इलाकों में बिजली के पुराने और खराब रखरखाव वाले तारों की वजह से आग लगी, तो चलिए जानते हैंं इसके बारे में विस्तार से…..
140 कनाल में गेहूं की फसल जलकर राख
दरअसल, जम्मू के ज्यादातर गांवों में लगे बिजली के तार 40 साल पुराने हैं और हवा चलने पर तारों के आपस में टकराने से निकलने वाली चिंगारियों से किसानों की फसल जलकर राख हो जाती है। सूत्रों की मानें तो सोमवार को जम्मू के बिश्नाह इलाके में लगी आग में करीब 260 कनाल जमीन पर लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। वहीं जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में करीब 140 कनाल में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई।
ये भी पढ़े: अनुराग कश्यप ने ब्राह्मण समुदाय से मांगी माफी, ‘फुले’ विवाद के बाद फिर चर्चा में
खेतों में आग लगने की सूचना मिलते ही आरएस पुरा के विधायक मौके पर पहुंचे और किसानों से घटना के बारे में जायजा लिया। यहां पहुंचे अधिकतर किसानों ने विधायक को बताया कि उन्होंने कर्ज लेकर खेती की थी, जो अब जलकर नष्ट हो गई है और अगर उन्हें मौसा नहीं मिला तो वे अगले साल बिजाई नहीं कर पाएंगे। वहीं विधायक ने प्रशासन से मौके पर ही नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने को कहा।
जालंधर में शॉर्ट सर्किट के कारण फसल हुई बर्बाद
बता दें कि, यह घटना महज जम्मू तक ही सीमित नहीं है ऐसा ही घटना पंजाब के जालंधर में भी सामने आया है, जहां शॉर्ट सर्किट के कारण 700 एकड़ गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। इन घटनाओं से साफ है कि देशभर में पुराने और जर्जर बिजली के तार किसानों के लिए गंभीर खतरा बने हुए हैं। किसानों की मांग है कि सरकार पुराने बिजली के तारों को बदलने के लिए ठोस कदम उठाए और फसल के नुकसान का उचित मुआवजा दे।