UP Teacher Bharti 2025 : उत्तर प्रदेश की 69 हजार शिक्षक भर्ती से जुड़ा बड़ा अपडेट सामने आया है। उन शिक्षकों की नौकरी अब खतरे में है जिन्होंने आवेदन की अंतिम तिथि के बाद अपनी शैक्षिक योग्यता से संबंधित डिग्री प्रस्तुत की थी। बेसिक शिक्षा निदेशालय ने सभी ज़िलाधिकारियों (बीएसए) को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसे शिक्षकों से लिखित स्पष्टीकरण प्राप्त करें और अगर वे दोषी पाए जाते हैं तो उनकी सेवाएं समाप्त की जाएं।
यह मामला वर्ष 2018 से संबंधित है, जब 69 हजार पदों पर सहायक शिक्षकों की भर्ती के लिए 5 दिसंबर को अधिसूचना जारी की गई थी और आवेदन की अंतिम तिथि 22 दिसंबर 2018 निर्धारित की गई थी। कई उम्मीदवारों ने यह आरोप लगाया था कि कुछ अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी गई, जबकि वे निर्धारित तिथि तक पात्रता की आवश्यक शर्तें पूरी नहीं करते थे। उन्होंने डिग्री बाद में जमा की थी।
हाईकोर्ट ने अपनाया सख्त रूख
यह मामला अदालत पहुंचा, जहां इलाहाबाद हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया कि आवेदन की अंतिम तिथि तक सभी जरूरी योग्यता और दस्तावेज उपलब्ध होना अनिवार्य है। कोर्ट ने इस आधार पर संबंधित शिक्षकों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद निदेशालय ने सभी बीएसए को आदेश दिया है कि वे ऐसे शिक्षकों की जांच करें, उनका पक्ष जानें, और अगर दोष सिद्ध होता है तो सेवा समाप्त करने की प्रक्रिया शुरू करें।
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न केवल शिक्षक, बल्कि चयन प्रक्रिया में शामिल रहे अधिकारियों, कर्मचारियों, चयन समिति के सदस्यों और उस समय कार्यरत बीएसए की जवाबदेही भी तय की जाएगी। शासन ने इन सभी की जानकारी तलब की है, ताकि आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सके। गौरतलब है कि नवंबर 2024 में सुप्रीम कोर्ट ने इस भर्ती में नई मेरिट लिस्ट जारी करने के हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने कहा था कि वह इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले की समीक्षा के बाद कोई अंतिम निर्णय देगा।
कटऑफ डेट के बाद दी डिग्री तो गई नौकरी!
यह बहुप्रतीक्षित भर्ती परीक्षा 6 जनवरी 2019 को आयोजित हुई थी, जिसमें 4.10 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे। परिणाम 12 मई 2020 को घोषित हुआ। कटऑफ सामान्य वर्ग के लिए 67.11% और ओबीसी वर्ग के लिए 66.73% निर्धारित किया गया था। इसके बाद मेरिट को लेकर विवाद खड़ा हुआ, और 2023 में सिंगल बेंच ने मेरिट सूची पर पुनर्विचार का आदेश दिया था।
अब इस पूरे मामले में उन अभ्यर्थियों की नौकरी खतरे में है जिन्होंने आवेदन की कटऑफ डेट के बाद अपनी शैक्षिक योग्यता प्रस्तुत की थी। यदि आपने भी आवेदन के समय यह चूक की थी, तो सतर्क हो जाएं, क्योंकि अब शिक्षकों की सेवा समाप्ति की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है।