Lalu family: लंबे समय से तेजस्वी यादव परिवार को लेकर जारी टेंशन के बीच सोमवार को एक बड़ी खुशखबरी आई है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव दूसरी बार दादा बने हैं, वहीं उनके बेटे तेजस्वी यादव दूसरी बार पिता बने हैं। तेजस्वी यादव ने मंगलवार सुबह अपने ट्विटर (एक्स) अकाउंट पर बेटे की तस्वीर शेयर कर इस खुशी की जानकारी दी।
तेजस्वी यादव और उनकी पत्नी राजश्री यादव के घर पिछले साल बेटी कात्यायनी के जन्म के बाद अब बेटे के आगमन से परिवार में खुशी का माहौल है। तेजस्वी ने पोस्ट में लिखा, “सुप्रभात! आखिरकार इंतजार खत्म हुआ! हमारे नन्हे बेटे के आगमन की घोषणा करते हुए बहुत आभारी, धन्य और प्रसन्न हूं। जय हनुमान!” यह संदेश देखकर समर्थकों और शुभचिंतकों ने उन्हें सोशल मीडिया पर बधाइयां देना शुरू कर दिया है।
Lalu family के लिए यह खुशी का पल बड़ी राहत लेकर आया है, खासकर तब जब तेज प्रताप यादव और अनुष्का यादव के बीच चल रही टेंशन चर्चा में थी। परिवार के लिए यह नया सदस्य खुशियों का पैगाम लेकर आया है।
तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य ने भी इस मौके पर एक्स पर पोस्ट कर भाई और भाभी को बधाई दी। उन्होंने लिखा, “जूनियर टूटू को ढेर सारा प्यार और आशीर्वाद।” इसके साथ ही उन्होंने अपने भाई-बहन के परिवार में नए सदस्य के स्वागत की खुशी जाहिर की।
आंधी-बारिश का कहर: महाराष्ट्र के बाद दिल्ली-यूपी और साउथ इंडिया में अलर्ट, जानिए कहां कैसा रहेगा मौसम
जानकारी के मुताबिक, बच्चे का जन्म कोलकाता के एक अस्पताल में हुआ है, जहां सोमवार को पूरा परिवार पहुंचा था। दोनों मां और बच्चा स्वस्थ हैं। इस परिवार ने 2023 में बेटी कात्यायनी का स्वागत नवरात्रि के समय किया था और अब बेटे के जन्म के साथ यह खुशखबरी आई है।
लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के लिए यह दूसरी बार दादा-दादी बनने की खुशी है, जो राजनीतिक और पारिवारिक तौर पर उनके लिए भी गर्व का पल है। तेजस्वी यादव ने अपनी नई जिम्मेदारी को लेकर उत्साह जताया है और सोशल मीडिया पर जय हनुमान कहकर आशीर्वाद मांगा है।
इस नई खुशखबरी के साथ Lalu family के समर्थक और शुभचिंतक सोशल मीडिया पर अपने संदेश भेज रहे हैं, जो इस परिवार के लिए उत्साह और सकारात्मकता लेकर आई है। आने वाले दिनों में इस नन्हे मेहमान की तस्वीरें और अपडेट सोशल मीडिया पर साझा किए जाने की संभावना है।
यह पल न सिर्फ तेजस्वी यादव के लिए बल्कि पूरे लालू परिवार के लिए नई ऊर्जा का स्रोत बन सकता है, खासकर राजनीतिक और पारिवारिक जटिलताओं के बीच।