नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, इसको लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। ऐसी चर्चा है कि बीजेपी को अपना अगला चीफ जून के दूसरे सप्हाह में मिल सकता है। सूत्र बताते हैं कि फिलहाल तीन नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं। इन नामों में मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री शिवराज सिंह चौहान, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल और कैबिनेट मंत्री धमेंद्र प्रधान प्रमुख हैं।
बता दें, बीजेपी के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए आधे से अधिक राज्यों में संगठन चुनाव की प्रक्रिया पूरी होना अनिवार्य है। सूत्रों के अनुसार, अधिकांश राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। हाल ही में उत्तर प्रदेश में भी जिला अध्यक्षों के नाम की घोषणा कर दी गई थी। इसके बाद उम्मीद जगी की जल्द ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का भी चुनाव संपन्न हो जाएगा। जिसको लेकर पार्टी के अंदर बैठकों का दौर भी शुरू हो गया था। लेकिन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को टाल दिया गया।
बीजेपी जहां अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर मंथन कर रही है तो वहीं पार्टी को अभी भी कई प्रदेश अध्यक्ष भी चुनने हैं। जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड शामिल हैं। बताया जा रहा है कि बीजेपी उत्तराखंड में किसी ब्राह्मण चेहरे पर दांव लगा सकती है। वहीं उत्तर प्रदेश में पिछड़े वर्ग से आने वाले नेता को अध्यक्ष बनाए जानें की चर्चा है। मध्य प्रदेश में भी प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर चर्चा जारी है। बताया जा रहा है कि बीजेपी इसबार मध्य प्रदेश की कमान जनजातीय नेता को दे सकती है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए जिन दिग्गज नेताओं के नाम चर्चा में हैं, उनमें धर्मेंद्र प्रधान (केंद्रीय मंत्री), शिवराज सिंह चौहान (कैबिनेट मंत्री), मनोहर लाल खट्टर (कैबिनेट मंत्री) जैसे दिग्गज शामिल हैं। इनमें से कुछ नाम संगठनात्मक अनुभव के आधार पर मजबूत माने जा रहे हैं, तो कुछ नाम राजनीतिक प्रतिनिधित्व और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखकर सामने आए हैं। सूत्र बताते हैं कि बीजेपी यूपी के अलावा दूसरे अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर किसी पिछड़े वर्ग के नेता को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना सकती है। रेस में शिवराज सिंह चौहान का नाम आगे बताया जा रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा वर्तमान में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, जिनका कार्यकाल पहले ही लोकसभा चुनाव तक बढ़ाया जा चुका है। नड्डा जनवरी 2020 में अध्यक्ष बने थे और 2023 में उनका कार्यकाल 2024 के आम चुनाव तक बढ़ाया गया था। अब जबकि लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं, पार्टी नेतृत्व में बदलाव को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी जून के दूसरे सप्ताह में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी कर सकती है। इसके तहत सबसे पहले राज्य स्तर पर संगठनात्मक चुनाव कराए जाएंगे और उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्ष का चुनाव होगा।
चुनाव की पूरी प्रक्रिया पार्टी के संविधान के अनुसार होगी, जिसमें नामांकन, छंटनी और मतदान जैसे चरण शामिल होंगे।चुनाव की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक केंद्रीय चुनाव समिति गठित की जाएगी, जो इस प्रक्रिया की निगरानी करेगी। बीजेपी का नया अध्यक्ष 2026 के विधानसभा चुनावों और 2029 के आम चुनावों के लिए रणनीति बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। ऐसे में यह चुनाव सिर्फ संगठनात्मक परिवर्तन नहीं बल्कि पार्टी की भविष्य की दिशा और प्राथमिकताओं को भी तय करेगा। बीजेपी के नए अध्यक्ष के चुनाव पर सिर्फ पार्टी कार्यकर्ता ही नहीं, बल्कि अन्य राजनीतिक दलों की भी पैनी नजर बनी हुई है। गूगल और सोशल मीडिया पर लोग बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम को सर्च कर रहे हैं।