Crime Story : प्यार में मौत की साजिश इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड ने पूरे देश को चौंका दिया है। राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर अपने पति की जान ले ली। सोनम ने राजा को हनीमून मनाने के बहाने मेघालय ले जाकर वहां उसकी हत्या कर दी। इस दर्दनाक घटना ने एक पुराने और बेहद चर्चित 2003 के बेंगलुरु मर्डर केस की याद ताजा कर दी, जिसमें एक युवती ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर मंगेतर को रास्ते से हटा दिया था।
बेंगलुरु 2003: सगाई के 3 दिन बाद मंगेतर की हत्या
बेंगलुरु में 2003 में B V गिरीश, जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे, उनकी शादी लॉ स्टूडेंट शुभा शंकरनारायण से तय हुई थी। गिरीश की नौकरी में उस वक्त एक लाख रुपये की सैलरी मिलती थी और शुभा एक नामी वकील की बेटी थी। दोनों की 30 नवंबर 2003 को सगाई हुई, लेकिन शुभा का दिल अपने कॉलेज के जूनियर अरुण वर्मा के लिए धड़कता था। सगाई के महज तीन दिन बाद शुभा ने गिरीश को डिनर पर बुलाया और फिर एक बहाने से एचएएल एयरपोर्ट की तरफ ले गई। वहां शुभा के इशारे पर कुछ लोग आए और गिरीश पर हमला कर दिया।
झूठ की परतें, सच्चाई की तलाश
शुभा ने घटना को हादसा बताने की कोशिश की और मदद के लिए चिल्लाती रही, लेकिन असलियत कुछ और थी। गिरीश के सिर में गंभीर चोट आई और अगली सुबह उसकी मौत हो गई। पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल रहा था। फिर जब सगाई की वीडियो फुटेज चेक की गई, तो शुभा उसमें परेशान और उदास दिखाई दी। पुलिस ने जब उसकी कॉल डिटेल निकाली, तो पता चला कि उसने अरुण को एक ही दिन में 73 बार कॉल किया था।
अरुण की लोकेशन गिरीश की हत्या के पास की पाई गई, और पूछताछ में दोनों ने सच उगल दिया कि उन्होंने गिरीश की हत्या की साजिश मिलकर रची थी। उन्होंने दो लोगों को सुपारी देकर हत्या करवाई थी।
साज़िश का सच: खुलासा हुआ कि शुभा का अरुण संग प्रेम संबंध था। दोनों ने दो परिचितों को सुपारी देकर गिरीश की हत्या कराई।
न्यायिक फैसला: सभी आरोपियों-अरुण, शुभा और दो अन्य को हत्या का दोषी मानकर 2010 में आजीवन कैद दी गई। उच्च न्यायालय ने फैसला बरकरार रखा, हालांकि 2014 में शुभा को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दी।
2025 सोनम ने हत्या कर दोहराई वही कहानी
घटना: मई 2025 में नई शादीशुदा राजा रघुवंशी और सोनम हनीमून मनाने मेघालय गए। 22 मई को वे गायब हो गए, बाद में राजा का शव सोहरा के पास खाई में मिला।
आरोप: सोनम को उत्तर प्रदेश के गाज़ीपुर में गिरफ्तार किया गया। पुलिस का दावा है कि उसने अपने प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर राजा की हत्या का षडयंत्र किया, मेघालय में हत्या कराई।
संभावित कारण: चोरी छिपे प्रेम संबंध, हत्या की साज़िश और शव गुमनाम जगह पर फेंक देना।काफी हद तक बंगलुरू केस जैसा।
दोनों मामलों में प्रेम, साज़िश और भरोसा भंग होने की वही त्रासदी नजर आती है।
इश्क जब हद पार कर जाए
इंदौर और बेंगलुरु की इन दो घटनाओं में एक अजीब समानता है। जहां प्यार में पागल और खुदगर्ज़ प्रेमियों ने किसी और की जान लेने में भी संकोच नहीं किया। ये घटनाएं बताती हैं कि जब प्यार में धोखा, झूठ और स्वार्थ आ जाए, तो वो कितना खतरनाक मोड़ ले सकता है।