Modi Trump call: जी-7 शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच 35 मिनट तक चली Modi Trump call ने दक्षिण एशिया की राजनीति में भूचाल ला दिया है। ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से चर्चा के दौरान पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि भारत अब किसी भी हमले का जवाब शब्दों से नहीं, सटीक मिसाइल स्ट्राइक से देगा। अमेरिकी आग्रह पर हुई इस बातचीत में मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीतियों को दोहराया और पाकिस्तान की सैन्य धमकियों को सिरे से खारिज किया। दूसरी ओर, जैसे ही पाक सेना प्रमुख आसिम मुनीर वॉशिंगटन पहुंचे, उसी वक्त मोदी की ट्रंप से तीखी बात ने पाकिस्तान की योजना को ध्वस्त कर दिया और मुनीर की साख को गहरा झटका दिया।
BIG: Prime Minister Modi holds a 35-minute phone conversation with Donald Trump, at the request of the US president.
The 2 were supposed to have a meeting on the sidelines of G7, which couldn’t happen because of the US president’s early departure.
Foreign Secy briefing about… pic.twitter.com/mqWrNovjTq— Padmaja Joshi (@PadmajaJoshi) June 18, 2025
मोदी का कड़ा रुख, ट्रंप को बताया पाक को मिला मुंहतोड़ जवाब
Modi Trump call से ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विस्तार से चर्चा की और कहा कि भारत ने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद अपने इरादों को साफ कर दिया था। पीएम मोदी ने बताया कि 6-7 मई की रात को भारतीय सेना ने सीमापार जाकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया, वह भी बिना आम नागरिकों को नुकसान पहुंचाए। उन्होंने ट्रंप को दो टूक कहा कि भारत अब सिर्फ बयानबाजी नहीं करेगा, बल्कि अगर पाकिस्तान कोई हरकत करेगा तो उसका जवाब दुगनी ताकत से मिलेगा।
ट्रंप के आग्रह पर हुई बातचीत, मुनीर की यात्रा बनी मज़ाक
बताया जा रहा है कि यह Modi Trump call की ओर से ही पहल कर की गई थी। इसी वक्त पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर अमेरिका दौरे पर थे, परंतु प्रधानमंत्री मोदी की फोन कॉल ने सारी सुर्खियां बटोर लीं। पीएम मोदी ने ट्रंप को स्पष्ट किया कि भारत किसी भी तरह की ट्रेड डील या मध्यस्थता पर भरोसा नहीं करता। मोदी की स्पष्टता और आक्रामक कूटनीति ने मुनीर की बातचीत को पीछे छोड़ दिया और पाकिस्तानी प्रयासों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मज़ाक बना दिया।
जेडी वेंस को भी चेताया, भारत करेगा करारा पलटवार
9 मई की रात को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और पाक के संभावित हमले की जानकारी दी। इस पर मोदी ने बिना किसी हिचकिचाहट के जवाब दिया कि यदि पाकिस्तान हमला करेगा, तो भारत उसका जवाब दुगनी ताकत से देगा। इसके बाद 9-10 मई की रात पाकिस्तान को जवाबी हमले में भारी नुकसान हुआ। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तानी मिलिट्री एयरबेस को निष्क्रिय कर दिया।
सीजफायर पाकिस्तान के गिड़गिड़ाने से हुआ, अमेरिका से नहीं
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि भारत और अमेरिका के बीच किसी भी स्तर पर सीजफायर, ट्रेड डील या मध्यस्थता पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। पाकिस्तान की हालत इतनी बिगड़ गई थी कि उसे सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए खुद पहल करनी पड़ी। मोदी ने ट्रंप से कहा कि भारत-पाक के बीच बातचीत दोनों सेनाओं के मौजूदा सैन्य चैनल्स के जरिए ही हुई, और यह भी पाकिस्तान की तरफ से अनुरोध पर हुआ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 35 मिनट की फोन कॉल न केवल कूटनीति का मास्टरस्ट्रोक साबित हुई, बल्कि इसने पाकिस्तान और खासकर जनरल आसिम मुनीर को वैश्विक मंच पर नीचा दिखा दिया। भारत की स्पष्ट नीति और निर्णायक सैन्य कार्रवाई ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मोदी के भारत के सामने अब कोई दादागीरी नहीं चलेगी – न लाहौर की, न वॉशिंगटन की।