Sattenapalli convoy incident: आंध्र प्रदेश के सत्तेनपल्ली में शनिवार को एक दर्दनाक हादसा राजनीतिक तूफान में बदल गया, जब वाईएसआर कांग्रेस प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी के काफिले की गाड़ी से एक व्यक्ति कुचला गया। मृतक की पहचान 53 वर्षीय चिल्ली सिंगा के रूप में हुई है। यह हादसा उस समय हुआ जब सैकड़ों की भीड़ जगन का फूलों से स्वागत कर रही थी और सिंगा, स्वागत करते वक्त अचानक काफिले की गाड़ी के नीचे आ गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में यह दृश्य साफ नजर आता है, जिसमें काफिला व्यक्ति को कुचलते हुए बिना रुके निकलता दिख रहा है। इस हादसे ने विपक्ष को सरकार पर हमला करने का मौका दे दिया है और राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है।
సత్తెనపల్లి పర్యటనలో సింగయ్య ని తొక్కించింది జగన్ కారే… ఇదిగో ఆధారం 😢 చర్యలు తీసుకుంటారా లేదా ? @APPOLICE100 @naralokesh @ncbn pic.twitter.com/ocEOWCPhBv
— Manchodu Mani (@manchodumani) June 22, 2025
भीड़ के बीच हादसा, काफिला नहीं रुका
Sattenapalli हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही पूरे राज्य में सनसनी फैल गई। वीडियो में देखा जा सकता है कि जगनमोहन रेड्डी के स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए थे। फूलों की वर्षा के बीच चिल्ली सिंगा काफिले की एक गाड़ी की चपेट में आ गया। यह हादसा तब और संवेदनशील हो गया जब वायरल क्लिप में दिखा कि वाहन व्यक्ति को कुचलते हुए बिना रुके आगे बढ़ गया। कहा जा रहा है कि घायल को तुरंत प्राथमिक सहायता नहीं मिल पाई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज
Sattenapalli घटना के बाद विपक्षी दल तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने वाईएसआरसीपी पर करारा हमला बोला। राज्य के ऊर्जा मंत्री और टीडीपी नेता गोट्टिपाटी रविकुमार ने आरोप लगाया कि जगन का काफिला अहंकार में अंधा होकर इंसानियत को भूल गया। उन्होंने कहा, “एक आम आदमी की जान चली गई और नेता का काफिला बिना रुके निकल गया। यह राजनीति की अमानवीयता को दर्शाता है।” वहीं, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज किया है।
वाईएसआरसीपी का बचाव, पुलिस की जांच शुरू
वाईएसआरसीपी ने इस Sattenapalli घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि हादसे के तुरंत बाद Sattenapalli पुलिस को सूचित किया गया और पूरी गंभीरता से जांच की मांग की गई। पार्टी प्रवक्ता ने कहा, “यह एक दुखद दुर्घटना है, लेकिन इसका राजनीतिक लाभ उठाना गलत है।” उधर, गुन्टूर रेंज के आईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी और एसपी एस. सतीश कुमार ने प्रेस वार्ता में बताया कि सिंगा की मौत काफिले की गाड़ी से टक्कर के कारण हुई है। केस दर्ज कर लिया गया है और गहराई से जांच की जा रही है।
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
इस घटना ने राजनीतिक रैलियों की सुरक्षा और नेताओं की जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम जनता में भी इस घटना को लेकर गुस्सा देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर लोग लगातार यह पूछ रहे हैं कि नेताओं की सुरक्षा में जुटी व्यवस्था आम जनता की सुरक्षा को क्यों नजरअंदाज कर देती है? टीडीपी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है, जबकि वाईएसआरसीपी इसे “दुर्घटना” बताकर राजनीतिकरण से बचने की अपील कर रही है।
सत्तेनपल्ली की यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि यह एक बड़ा सवाल है – क्या राजनीतिक ताकत आम लोगों की जान से बड़ी हो गई है? पुलिस जांच जारी है और आने वाले दिनों में इससे जुड़े और तथ्य सामने आ सकते हैं। लेकिन एक बात तय है – इस हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है।