The Educational Hub of India वाराणसी को ‘ज्ञान की राजधानी’ कहा जाता है, जहां मौजूद कई नामी विश्वविद्यालय और कॉलेज इसे देश-विदेश के छात्रों के लिए शिक्षा का बड़ा केंद्र बनाते हैं।
क्यों कहा जाता है वाराणसी को ‘ज्ञान की नगरी’?
भारत के 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में शिक्षा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश का वाराणसी शहर एक खास पहचान रखता है। इसे अक्सर ‘सर्व विद्या की राजधानी’ और ‘ज्ञान नगरी’ कहा जाता है। इसकी वजह है यहां की समृद्ध शैक्षणिक परंपरा और दर्जनों उच्च शिक्षा संस्थान। वाराणसी में 200 से अधिक कॉलेज और 5 प्रमुख विश्वविद्यालय हैं, जहां हर साल लाखों छात्र भारत और विदेशों से पढ़ने आते हैं।
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU)
BHU देश के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में गिना जाता है। NIRF Ranking 2024 में यह पांचवें स्थान पर रहा। इसकी स्थापना 1916 में पंडित मदन मोहन मालवीय ने की थी। यहां विज्ञान, कला, आयुर्वेद, कानून, चिकित्सा, प्रबंधन जैसे दर्जनों कोर्स पढ़ाए जाते हैं। इसकी आधुनिक सुविधाएं, अनुभवी शिक्षक और रिसर्च का माहौल इसे छात्रों का पसंदीदा बनाता है।
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (MGKVP)
यह एक प्रमुख राज्य विश्वविद्यालय है, जिसकी स्थापना 1921 में स्वतंत्रता संग्राम के दौरान की गई थी। इससे करीब 400 कॉलेज जुड़े हुए हैं। यहां कला, विज्ञान, वाणिज्य, समाजशास्त्र, राजनीति शास्त्र जैसे विषयों की पढ़ाई होती है। लाल बहादुर शास्त्री और आचार्य नरेंद्र देव जैसे कई महान नेताओं ने यहां शिक्षा पाई है। आज भी यह संस्था समाजिक विचारों और जागरूकता का बड़ा केंद्र है।
सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय
संस्कृत शिक्षा का यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का संस्थान है। यहां संस्कृत, हिंदी और अंग्रेजी के साथ-साथ वैदिक ज्ञान, ज्योतिष, दर्शन और पुरानी भारतीय परंपराओं से जुड़े विषयों पर पढ़ाई होती है। यह विश्वविद्यालय गहरे शोध कार्यों के लिए भी प्रसिद्ध है और यहां विदेशी छात्र भी बड़ी संख्या में पढ़ते हैं।
केंद्रीय तिब्बती उच्च शिक्षा संस्थान,सारनाथ
यह संस्थान संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आता है और तिब्बती संस्कृति और बौद्ध दर्शन की पढ़ाई के लिए जाना जाता है। यहां से भारत और विदेशों के हजारों छात्र तिब्बती भाषा, बौद्ध इतिहास और दर्शन का अध्ययन करते हैं। यह पारंपरिक और आधुनिक शिक्षा का संतुलन बनाए रखता है।
अल-जामिया-तुस-सलाफिया
यह एक प्रमुख इस्लामिक शिक्षण संस्थान है, जिसे 1967 में जमीयत अहले हदीस हिंद ने शुरू किया था। यहां कुरान, हदीस, अरबी भाषा और इस्लामी कानून पढ़ाए जाते हैं। यह संस्थान छात्रों को धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ नैतिक और बौद्धिक दिशा भी देता है।
वाराणसी के अन्य प्रमुख कॉलेज
इन विश्वविद्यालयों के अलावा वाराणसी में पूर्वांचल विश्वविद्यालय से जुड़े कई कॉलेज हैं जैसे,एम्बिशन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, डीएवी पीजी कॉलेज, यूपी कॉलेज, आर्य महिला महाविद्यालय, हरिश्चंद्र कॉलेज और नेशनल डिग्री कॉलेज। ये सभी संस्थान वाराणसी को शैक्षणिक रूप से और भी मजबूत बनाते हैं।