Rudraprayag bus accident: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में 26 जून 2025 को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया। बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रियों से भरी बस अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में गिर गई। Rudraprayag हादसा घोलतीर इलाके में उस समय हुआ, जब बस बद्रीनाथ धाम की ओर जा रही थी। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसे में एक यात्री की मौत हुई है जबकि सात अन्य घायल हुए हैं। घटना के बाद Rudraprayag पुलिस, एसडीआरएफ, और एनडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया। तेज नदी प्रवाह के कारण बचाव कार्य में भारी मुश्किलें आ रही हैं।
रुद्रप्रयाग के घोलतीर में एक बड़ी दुर्घटना की ख़बर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि यात्रियों की एक बस अनियंत्रित होकर उफनती अलकनंदा नदी में समा गई।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, हादसे के दौरान करीब पांच लोग बस से बाहर छिटक गए। राहत-बचाव कार्य जारी है। pic.twitter.com/83K8pMP3TA
— Mohit Dimri (@mohitdimriuk) June 26, 2025
हादसे का कारण और बचाव अभियान
जानकारी के मुताबिक, यह बस ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग से होते हुए बद्रीनाथ की ओर जा रही थी। सुबह करीब साढ़े सात बजे के आसपास घोलतीर क्षेत्र में बस अनियंत्रित होकर सीधा अलकनंदा नदी में गिर गई। शुरुआती जांच में बस चालक की लापरवाही या झपकी आने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, सड़क की खराब स्थिति और तीखे मोड़ों को भी दुर्घटना का संभावित कारण माना जा रहा है। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन ने राहत टीमें रवाना कर दीं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोग राहत कार्य में जुटे हुए हैं। तेज बहाव और नदी की गहराई के कारण बचाव कार्य बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है।
मृतक और घायलों की स्थिति
गढ़वाल डिवीजनल कमिश्नर विनय शंकर पांडे के अनुसार, इस हादसे में एक यात्री की मृत्यु हो चुकी है और सात लोग घायल हुए हैं। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जबकि गंभीर रूप से घायल यात्रियों को एम्स ऋषिकेश रेफर किया गया है। प्रशासन द्वारा मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है। बचाव कार्य अभी भी जारी है और नदी में लापता लोगों की तलाश के लिए गोताखोर लगाए गए हैं।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
यह कोई पहली घटना नहीं है जब Rudraprayag जिले में ऐसा हादसा हुआ हो। इससे पहले जून 2024 में भी एक टेंपो ट्रैवलर के अलकनंदा नदी में गिरने से 14 यात्रियों की मौत हो गई थी। लगातार हो रहे इन हादसों ने पहाड़ी क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा, ड्राइवरों की ट्रेनिंग, और वाहन फिटनेस की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यात्रियों और स्थानीय लोगों में घटना को लेकर आक्रोश है और प्रशासन से सड़क सुरक्षा मजबूत करने की मांग की जा रही है। प्रशासन ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।