Baba Ramdev on Etawah controversy: उत्तर प्रदेश के इटावा में भागवत कथावाचकों के साथ मारपीट, चोटी काटने और जातिगत विवाद का मामला तेजी से तूल पकड़ रहा है। इस विवाद में अब योगगुरु बाबा रामदेव भी खुलकर सामने आ गए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में Baba Ramdev ने कहा, “यदुवंशी की कथा यदुवंशी नहीं करेगा तो कौन करेगा। भगवान सबके हैं, पर कोई कहे कि सिर्फ हम ही भगवान श्रीकृष्ण की कथा सुनाएंगे, ये गलत है।” बाबा रामदेव की इस प्रतिक्रिया ने मामले को और गरमा दिया है। इटावा में कथावाचकों के साथ हुई घटना को लेकर सपा और कांग्रेस लगातार योगी सरकार को घेर रही हैं, वहीं बीजेपी ने अखिलेश यादव पर जातिवाद फैलाने का आरोप लगाया है।
इटावा कथावाचक विवाद में कूदे बाबा रामदेव।
हम यदुवंशी है हम कृष्ण भगवान की कथा नहीं करेंगे तो कौन करेगा, भगवान तो सबके है pic.twitter.com/7p7zngShXI
— Arjun Chaudharyy (@Arjun5chaudhary) June 30, 2025
बाबा रामदेव ने विवाद में क्या कहा?
बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें उन्होंने कहा, “इटावा में एक व्यक्ति को पकड़कर उसकी चोटी काट दी गई और धमकी दी गई कि वह भगवान की कथा नहीं सुनाएगा। ये कोई तरीका है? भगवान सबके हैं। कोई यह कैसे तय कर सकता है कि श्रीकृष्ण की कथा कौन सुनाएगा और कौन नहीं?” बाबा रामदेव ने कहा, “हमारा भगवान भी अब कोई दूसरा छीन ले, ये कैसे हो सकता है? यह जातिवाद नहीं, भगवान की भक्ति का अपमान है।”
अखिलेश यादव ने कथावाचकों का किया सम्मान
घटना के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कथावाचक मुकुटमणि, संत सिंह यादव और श्याम कठेरिया को लखनऊ बुलाया। अखिलेश यादव ने सभी का सम्मान करते हुए उन्हें 21-21 हजार रुपये की व्यक्तिगत सहायता दी। इसके साथ ही सपा की ओर से 51-51 हजार रुपये की मदद देने का ऐलान भी किया। अखिलेश ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में जातिवाद और हिंसा बढ़ रही है।
बीजेपी का पलटवार
इस मामले में बीजेपी ने अखिलेश यादव पर जातिवाद फैलाने और तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया है। बीजेपी का कहना है कि घटना की पूरी जांच हो रही है और किसी के भी साथ अन्याय नहीं होगा। वहीं, पुलिस ने कथावाचकों मुकुटमणि, संत सिंह यादव और श्याम कठेरिया के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली है। उन पर जाति छिपाकर फर्जी आधार कार्ड बनवाने का आरोप लगाया गया है।
क्या था पूरा मामला?
21 जून को कथावाचक मुकुटमणि अपने सहयोगियों के साथ भागवत कथा सुनाने इटावा पहुंचे थे। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मुकुटमणि ने महिलाओं के साथ अनुचित व्यवहार किया और पूजा में भरे कलश की जगह खाली कलश का इस्तेमाल किया। इसके बाद यह खबर फैल गई कि मुकुटमणि ब्राह्मण नहीं हैं। मामला इतना बढ़ा कि कथावाचक संत सिंह यादव की चोटी काट दी गई। इस घटना ने प्रदेश में जातिगत राजनीति को और भड़का दिया है।
बाबा रामदेव की पृष्ठभूमि
Baba Ramdev का असली नाम रामकृष्ण यादव है और वह हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के रहने वाले हैं। योग और आयुर्वेद के क्षेत्र में Baba Ramdev ने देश-विदेश में अपनी मजबूत पहचान बनाई है। उनके पिता रामनिवास यादव और मां गुलाबो देवी भी किसान परिवार से जुड़े थे। बाबा रामदेव अक्सर सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखते हैं।