IPS Anjali Vishwakarma: हाल ही में कानपुर के ग्रीन पार्क मैदान में हुए एक कार्यक्रम के दौरान IPS अधिकारी अंजली विश्वकर्मा और MLC अरुण पाठक के बीच कहासुनी हो गई। मामला उनके गनर को लेकर शुरू हुआ लेकिन बात तब बिगड़ गई जब एडीसीपी अंजली ने कहा, “मैं इन्हें एक कार्यक्रम में डील कर चुकी हूं।” इसी शब्द ‘डील’ को लेकर अरुण पाठक नाराज़ हो गए और उन्होंने इसका मतलब साफ करने को कहा। इसके बाद अंजली वहां से चली गईं। यह घटना सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है और इसी वजह से एक बार फिर अंजली सुर्खियों में आ गई हैं।
देहरादून में जन्मी, स्कूल टॉपर रहीं अंजली
अंजली विश्वकर्मा उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की रहने वाली हैं। उनका जन्म 11 जनवरी 1993 को हुआ। उनके पिता अरुण कुमार ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में इंजीनियर थे और मां नीलम गृहिणी हैं। अंजली ने देहरादून के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की। उन्होंने 2009 में हाईस्कूल और 2011 में इंटरमीडिएट 97.7% अंकों के साथ पास किया और राज्य की टॉपर भी बनीं।
IIT कानपुर से इंजीनियरिंग और 48 लाख की नौकरी
अंजली का सपना शुरू में डॉक्टर बनने का था, लेकिन बाद में वह इंजीनियरिंग की ओर मुड़ गईं। उन्होंने IIT कानपुर से नेविगेशन इंजीनियरिंग में बीटेक किया और 2015 में एक विदेशी कंपनी में सालाना 48 लाख रुपये के पैकेज पर नौकरी पाई। उन्होंने मैक्सिको, नार्वे, यूके, मलेशिया, सिंगापुर, अबू धाबी और न्यूजीलैंड जैसे देशों में काम किया।
विदेश छोड़ UPSC की राह पकड़ी
तीन साल तक विदेश में काम करने के बाद अंजली ने नौकरी छोड़ दी और 2018 में UPSC की तैयारी शुरू कर दी। पहले प्रयास में सफलता नहीं मिली, लेकिन हार न मानते हुए उन्होंने दूसरी बार में UPSC क्लियर कर लिया और 2021 बैच की IPS अधिकारी बन गईं। उनकी पहली पोस्टिंग झांसी में हुई, जहां उन्होंने एक नाबालिग लड़की के अपहरण का केस सुलझाया।
IIT से शुरू हुई दोस्ती, अब जीवनसाथी
अंजली की पर्सनल लाइफ भी काफी दिलचस्प है। IIT कानपुर में उनकी मुलाकात उदित पुष्कर से हुई, जो अब उनके पति हैं। दोनों ने एक साथ UPSC पास किया। उदित छत्तीसगढ़ कैडर में IPS हैं, जबकि अंजली उत्तर प्रदेश में तैनात हैं। कानपुर में उनकी पोस्टिंग पहले एसीपी के रूप में हुई थी, बाद में उन्हें प्रमोट कर एडीसीपी (पूर्वी) बनाया गया।