Sawan Darshan System 2025:श्रावण मास में काशी की गलियों में “हर हर महादेव” की गूंज सुनना आम बात है। सावन के महीने में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु वाराणसी पहुंचते हैं। लेकिन इस बार 2025 के सावन में काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने का तरीका थोड़ा बदल गया है। मंदिर प्रशासन ने इस बार दर्शन की व्यवस्था में कई बड़े बदलाव किए हैं, ताकि भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो और भीड़ भी कंट्रोल में रहे। खासकर सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए नई गाइडलाइन जारी की गई है।
अब इन रास्तों से होगा प्रवेश
इस बार सावन में बाबा के दर्शन के लिए पांच अलग-अलग रास्तों से प्रवेश कराया जाएगा। ये रास्ते इस तरह तय किए गए हैं कि किसी एक रास्ते पर ज्यादा भीड़ न हो।
मुख्य प्रवेश द्वार (गेट नंबर 4)
नंदूफेरिया गेट
सिल्को गेट
ढुंढिराज गली
सरस्वती फाटक
ध्यान देने वाली बात है कि गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण ललिता घाट वाला रास्ता फिलहाल बंद रहेगा। यह फैसला भक्तों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है।
हर सोमवार होगा खास श्रृंगार
सावन में हर सोमवार बाबा का अलग-अलग रूप में श्रृंगार किया जाएगा। इस बार कुल पांच सोमवार पड़ रहे हैं और हर सोमवार बाबा की अलग झांकी देखने को मिलेगी।आ
14 जुलाई: चल प्रतिमा श्रृंगार
21 जुलाई: गौरी शंकर (शिव-पार्वती) श्रृंगार
28 जुलाई: अर्धनारीश्वर श्रृंगार
4 अगस्त: रुद्राक्ष श्रृंगार
11 अगस्त: झूला श्रृंगार
इन दिनों मंदिर को खास तरह से सजाया जाएगा और विशेष पूजा-अर्चना होगी, जिससे भक्तों को अलौकिक अनुभव मिलेगा।
दलालों से बचें, प्रोटोकॉल दर्शन बंद
श्रद्धालुओं से कहा गया है कि वे किसी भी तरह के दलालों के झांसे में न आएं। सावन में विशेष या प्रोटोकॉल दर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी। अगर कोई पैसे लेकर जल्दी दर्शन कराने का दावा करे, तो तुरंत पुलिस या मंदिर प्रशासन को बताएं।
मोबाइल और बैग पर रोक, बैगेज काउंटर बंद
सावन के दौरान भक्त अपने साथ बैग, मोबाइल फोन, धातु की चीजें आदि मंदिर परिसर में नहीं ला सकेंगे। इस बार भीड़ ज्यादा होने के कारण बैगेज काउंटर भी नहीं खोले जाएंगे।
ई-रिक्शा सेवा वृद्धों और दिव्यांगों के लिए
बुजुर्गों, दिव्यांगों और छोटे बच्चों के लिए गोदौलिया से मैदागिन तक मुफ्त ई-रिक्शा सेवा चलाई जाएगी। इसके अलावा, मंदिर क्षेत्र में स्वास्थ्य केंद्र, पुलिस, और सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। किसी भी गुम होने वाली चीज के लिए छह जगह खोया-पाया केंद्र बनाए गए हैं।